पकड़ने के लिए बनाई चार टीमें
घटना का तब पता चला जब सुबह कैदियों की गिनती की गई। इसके बाद वहां हड़कंप मच गया। कोरोना संक्रमित कैदियों के फरार होने सूचना के बाद एसपी अभिषेक जोरवाल खुद जेल में पहुंचे और जानकारी जुटा रहे है। अपराधियों की धर-पकड़ के लिए रेवाड़ी सीआईए, धारूहेड़ा सीआईए के अलावा चार टीमें गठित की गईं। फिलहाल फरार हुए बंदियों का पता नहीं चल पाया है। जेल से कैदियों के फरार होने के बाद जेल प्रशासन की व्यवस्था पर सवाल उठाया जा रहा है।
ग्रिल काटकर फरार हुए बंदी
जानकारी के मुताबिक, रात को एक ही बैरक में बंद 13 बंदी ग्रिल काटकर फरार हो गए। चादर की रस्सी बनाकर जेल की दीवार फांदकर फरार हो गए। फरार सभी बंदी संगीन धाराओं के तहत बंद थे। जब सुबह कैदियों की गिनती करने के दौरान 13 बंदी फरार होने की जानकारी मिली। इसके बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। पुलिस लगातार सर्च अभियान चला रही है, लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है।
जेल में थी कुछ खामियां
जेल से फरार होने वाले कैदियों में राजेश उर्फ कालिया, नवीन शर्मा उर्फ गोलू, काला उर्फ धर्मपाल, रिंकू उर्फ कालिया, औम प्रकाश उर्फ टोनी, शक्ति, आशिष, जितेन्द्र उर्फ सोनू, अभिषेक, बलवान, अनुज, अजीत, दीपक शामिल हैं. फरार होने वाले अपराधियों पर रेवाड़ी व महेन्द्रगढ़ में हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, डकैती चोरी के मामले दर्ज हैं। एसपी अभिषेक जोरवाल का कहना है कि अभी जिला जेल का काम पूरा नहीं हुआ है। कुछ खामियां है। प्रदेश के कोविड पॉजिटिव बंदियों के लिए ये स्पेशल जेल बनाई गई थी। फरार कैदियों के धरपकड़ मं पुलिस लगी हुई है।