नासिक के देवली आर्मी कैंट में मैथ्यू द्वारा आत्महत्या करने की बात की जा रही थी। उसकी लाश आर्मी कैंट के एक पुरानी इमारत में लटकी मिली थी। अब मौत को लेकर सवाल उठ रहे हैं। नासिक पहुंचे मैथ्यू के घरवालों ने इसे आत्महत्या नहीं माना है।इस मामले में सेना ने भी कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का ऑर्डर दिया है।
रॉय मैथ्यू पिछले 25 फरवरी से लापता था। इस मामले में शिकायत भी दर्ज की गई थी। लेकिन बाद में देवली कैंट में उसकी लाश मिली। पहले पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में कहा गया कि मैथ्यू ने आत्महत्या की। अब दोबारा पोस्टमार्टम करवाने की बात से मैथ्यू की मौत को लेकर संदेह और गहरा गया है।
33 साल के रॉय मैथ्यू केरल के कोल्लम के मूल निवासी हैं। देवली कैंट में सेना के तोपखाना विभाग के 114 राकेट बैटरी विभाग में उनकी नियुक्ति की गई थी। अभी तक उनकी आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है। इस मामले में देवली कैंट पुलिस थाने में सूबेदार गोपालसिंह की शिकायत पर आकस्मिक मौत का मामला दर्ज हुआ है। मैथ्यू के घरवालों ने पूरे मामले में जांच की मांग की है।
सेना सूत्रों ने इस बात से इनकार किया है कि वीडियो को लेकर मैथ्यू से सवाल जवाब किया जा रहा था इस वजह से वह दबाव में था। मैथ्यू के घरवालों ने भी कहा कि परिवार में सबकुछ नॉर्मल था और विवाद जैसी कोई बात नहीं थी। गौरतलब है कि विवादित वीडियो में सेना के सहायक, अफसरों के निजी काम करते नजर आ रहे थे। यह वीडियो एक वेबसाइट के जरिए सामने आया था, जिसे बाद में हटा लिया गया।
गौरतलब है कि मैथ्यू ने एक वीडियो के जरिए जवानों की दुर्दशा का मामला सामने रखा था। सोशल मीडिया में वीडियो वायरल होने के बाद सरकार और सेना प्रमुख ने जवानों को लेकर रिपोर्ट मांगी थी। मैथ्यू की मौत के पीछे इस वीडियो की किसी भूमिका के संबंध में जांच की जरूरत है। बता दें कि मैथ्यू का मोबाइल और मलयाली भाषा में लिखी उनकी एक डायरी मिली है।