नई दिल्ली। सरकार ने दस लाख केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के लिए रोजाना योग करना अनिवार्य कर दिया है। अब माओवाद प्रभावित इलाकों के साथ ही पाकिस्तान सीमा पर तैनात कार्मिकों को रोजा योग करना उनके दैनिक अभ्यास का हिस्सा बन जाएगा। सरकार ने इस बारे में हर बल से अनुपालन रिपोर्ट भी देने को भी कहा है।
इस बारे में केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने सभी सात पैरा मिलिट्री बलों सीआरपीएफ, सीआईपीएफ, बीएसएफ, आईटीबीपी, एसएसजी, एनएसजी और असम राइफल्स के महानिदेशकों को अलग-अलग पत्र भेजा है। पत्र में सभी महानिदेशकों से अनुरोध किया गया है कि वे प्राथमिकता के आधार पर कार्मिकों के बीच योग को उनके दैनिक अभ्यास का हिस्सा बनाएं और इस दिशा में एक्शन रिपोर्ट भी भेजें। सीआरपीएफ के महानिदेशक प्रकाश मिश्र ने इसे सरकार का अच्छा कदम बताया है।
वहीं एक पैरा मिलिट्री फोर्स के महानिदेशक ने नाम न खुलासा करने की शर्त पर कहा कि यह कदम व्यावहारिक नहीं है। उन्होंने कहा कि वे इस मामले को गृह मंत्रालय के पास ले जाएंगे और कहेंगे कि योग को स्वैच्छिक बनाया जाए न कि अनिवार्य। दिशा-निदेशों में यह भी कहा गया है कि सभी बटालियन्स, फील्ड यूनिट्स के कमाण्डर अनुपालन रिपोर्ट भेजने के लिए उत्तरदायी होंगे।