कोरोना से बचाव के लिए भले ही तमाम तरह की दवाइयां और अलग-अलग तरीके बताए गए, लेकिन सबसे ज्यादा जोर इसी बात पर रहा कि इम्युनिटी को मजबूत किया जाए। इसके लिए दूध ने बड़ी भूमिका निभाई। कोरोना काल में दूध एक सुरक्षा कवच बनकर सामने आया।
आज वर्ल्ड मिल्क डे ( World Milk Day 2021 ) है। आइए आपको बता दें कि कैसे दूध ने कोरोना से जंग में एक ढाल का काम किया और दूध के अलावा ऐसे कौनसे विकल्प हैं जो आपके लिए फायदेमंद हैं।
यह भी पढ़ेंः कोरोना संकट के बीच सरकार का बड़ा फैसला, पढ़ने और नौकरी के लिए विदेश जाने वालों को पहले लगाई जाएगी वैक्सीन गोल्ड मिल्क बना कोवि प्रोटोकॉल का हिस्सा
कोरोना काल में डॉक्टरों की सलाह पर गौर करें तो पाएंगे कि सभी ने हल्दी वाले दूध यानी गोल्डन मिल्क को हमेशा कोविड प्रोटोकॉल का हिस्सा बनाए रखा।
मेदांता अस्पताल की ओर से जारी कोविड गाइड में भी गोल्ड मिल्क तरजीह दी गई। यही नहीं आयुर्वेद में भी ये मौजूद रहा।
कोरोना काल में डॉक्टरों की सलाह पर गौर करें तो पाएंगे कि सभी ने हल्दी वाले दूध यानी गोल्डन मिल्क को हमेशा कोविड प्रोटोकॉल का हिस्सा बनाए रखा।
मेदांता अस्पताल की ओर से जारी कोविड गाइड में भी गोल्ड मिल्क तरजीह दी गई। यही नहीं आयुर्वेद में भी ये मौजूद रहा।
शुगर मरीजों के लिए फायदेमंद
कोरोना के कहर का सबसे ज्यादा खतरा उन लोगों पर बताया गया जिनकी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। ऐसे में शुगर और बीपी के मरीजों के लिए ये ज्यादा खतरनाक रहा। लेकिन गोल्ड मिल्क ऐसे रोगियों के लिए भी फायदेमंद साबित हुआ।
कोरोना के कहर का सबसे ज्यादा खतरा उन लोगों पर बताया गया जिनकी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। ऐसे में शुगर और बीपी के मरीजों के लिए ये ज्यादा खतरनाक रहा। लेकिन गोल्ड मिल्क ऐसे रोगियों के लिए भी फायदेमंद साबित हुआ।
एक शोध में ये बात सामने आई कि सुबह दूध पीने से रक्त का ग्लूकोस स्तर संतुलित रहता है जिससे टाइप-2 डायबिटीज का खतरा घटता है। कनाडा स्थित गुएलफ विश्वविद्यालय के डॉ. डगलस गोफ के मुताबिक सुबह सबसे पहले उच्च कार्बोहाइड्रेट वाले अनाज के साथ उच्च प्रोटीन युक्त दूध लिया जाए तो यह शरीर में गैस्ट्रिक हार्मोन निकालेगा जो कि शरीर की पाचन की प्रक्रिया को धीमा कर देगा।
इससे उस व्यक्ति को बार-बार भूख नहीं लगेगी और उसके शरीर का ब्लड शुगर स्तर व मोटापा नियंत्रण में रहेगा। हार्ट पेशेंट्स की सुरक्षा
दूध ना सिर्फ शुगर-बीपी के बल्कि हार्ट रोगियों के लिए भी फायदेमंद है। वैज्ञानिक अध्ययनों से ये बात सामने आई है कि दूध पीने वालों को ह्दय रोगों का खतरा कम होता है। स्ट्रोक आने का जोखिम भी अन्य की तुलना में कम होता है।
दूध ना सिर्फ शुगर-बीपी के बल्कि हार्ट रोगियों के लिए भी फायदेमंद है। वैज्ञानिक अध्ययनों से ये बात सामने आई है कि दूध पीने वालों को ह्दय रोगों का खतरा कम होता है। स्ट्रोक आने का जोखिम भी अन्य की तुलना में कम होता है।
दरअसल दूध में मैग्नेशियम और पोटेशियम पाया जाता है जो कि खून को पतला करने और शरीर के मुख्य अंगों में रक्त प्रवाह को बढ़ाने में सहायक है। इससे हृदय व कार्डियोवेस्कुलर तंत्र पर दबाव घटता है।
कम होता है बैक्टीरिया का खतरा
गाय के दूध का सबसे बड़ा फायदा एलर्जी से बचाव के तौर पर भी है। दरअसल गाय के कच्चे दूध से बैक्टीरिया का खतरा बहुत कम है और इस दूध में प्रोबायोटिक्स, विटामिन डी और इम्युनोग्लोबुलिन जैसे पोषक तत्व होते हैं। ऐसे में ये हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देते हैं और बदले में एलर्जी के खतरे को कम करते हैं।
गाय के दूध का सबसे बड़ा फायदा एलर्जी से बचाव के तौर पर भी है। दरअसल गाय के कच्चे दूध से बैक्टीरिया का खतरा बहुत कम है और इस दूध में प्रोबायोटिक्स, विटामिन डी और इम्युनोग्लोबुलिन जैसे पोषक तत्व होते हैं। ऐसे में ये हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देते हैं और बदले में एलर्जी के खतरे को कम करते हैं।
ये भी है दूध के फायदे
– दूध में मौजूद विटामिन-बी के कारण मस्तिष्क का तंत्र सही ढंग से काम करता है, लिहाजा अच्छी नींद के लिए बेहतर
– दूध में पाए जाने वाले पोटेशियम और मैग्नीशियम पोषक तत्वों के कारण मांसपेशियों को शांत रखने में मददगार
– मसालेदार खाने के चलते शरीर में होने वाली जलन और एसीटीडी से भी राहत देता है
– दूध में मौजूद विटामिन-बी के कारण मस्तिष्क का तंत्र सही ढंग से काम करता है, लिहाजा अच्छी नींद के लिए बेहतर
– दूध में पाए जाने वाले पोटेशियम और मैग्नीशियम पोषक तत्वों के कारण मांसपेशियों को शांत रखने में मददगार
– मसालेदार खाने के चलते शरीर में होने वाली जलन और एसीटीडी से भी राहत देता है
यह भी पढ़ेंः World Milk Day 2021: जानिए कब और क्यों मनाया जाता है विश्व दूध दिवस दूध के विकल्प
– पनीत, तोफू या फिर दही, छाछ दूध के अच्छे विकल्प हैं
– ओटमील आपके शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा करता है
– बादाम का सेवन भी आपको इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करताहै
– मूंगफली को कैल्शियम के खजाने के तौर पर जाना जाता है। इसके दानों का सेवन भी फायदेमंद है
– फलियों यानी बीन्स के सेवन से भी शरीर में कैल्शियम की कमी दूर होती है
– पनीत, तोफू या फिर दही, छाछ दूध के अच्छे विकल्प हैं
– ओटमील आपके शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा करता है
– बादाम का सेवन भी आपको इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करताहै
– मूंगफली को कैल्शियम के खजाने के तौर पर जाना जाता है। इसके दानों का सेवन भी फायदेमंद है
– फलियों यानी बीन्स के सेवन से भी शरीर में कैल्शियम की कमी दूर होती है