दरअसल, पीएम मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात 2.0 के 11वें एपिसोड में कोरोना वायरस के खात्मे को लेकर एक उम्मीद जताई। पीएम मोदी ने कहा, “साथियों, रमज़ान का भी पवित्र महीना शुरू हो चुका है। जब पिछली बार रमज़ान मनाया गया था तो किसी ने सोचा भी नहीं था कि इस बार रमज़ान में इतनी बड़ी मुसीबतों का भी सामना करना पड़ेगा।”
मन की बात में पीएम मोदी ने किसके लिए कहा, ‘इनके विषय में सोचते ही नकारात्मकता के सिवाय कुछ नज़र नहीं आता था’ उन्होंने आगे कहा, “लेकिन, अब जब पूरे विश्व में यह मुसीबत आ ही गई है तो हमारे सामने अवसर है इस रमज़ान को संयम, सद्भावना, संवेदनशीलता और सेवा-भाव का प्रतीक बनाएं। इस बार हम, पहले से ज्यादा इबादत करें ताकि ईद आने से पहले दुनिया कोरोना से मुक्त हो जाए और हम पहले की तरह उमंग और उत्साह के साथ ईद मनाएं।”
पीएम मोदी ने लोगों से अपील की, “मुझे विश्वास है कि रमज़ान के इन दिनों में स्थानीय प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए कोरोना के खिलाफ़ चल रही इस लड़ाई को हम और मज़बूत करेंगे। सड़कों पर, बाज़ारों में, मोहल्लों में, फिजिकल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन अभी बहुत आवश्यक है। मैं, आज उन सभी कम्यूनिटी लीडर्स के प्रति भी आभार प्रकट करता हूं जो दो गज दूरी और घर से बाहर नहीं निकलने को लेकर लोगों को जागरूक कर रहे हैं।”
पीएम मोदी ने मन की बात में अक्षय तृतीया को लेकर दी बड़ी जानकारी, देशवासियों से संकल्प लेने को कहा रमजान ही नहीं पीएम मोदी ने बाकी त्योहारों को लेकर कहा, “वाक़ई कोरोना ने इस बार भारत समेत, दुनिया-भर में त्योहारों को मनाने का स्वरुप ही बदल दिया है, रंग-रूप बदल दिए हैं। अभी पिछले दिनों ही, हमारे यहां भी, बिहू, बैसाखी, पुथंडू, विशू, ओड़िया न्यू ईयर जैसे जैसे अनेक त्योहार आए। हमने देखा कि लोगों ने कैसे इन त्योहारों को घर में रहकर और बड़ी सादगी के साथ और समाज के प्रति शुभचिंतन के साथ त्योहारों को मनाया।”
पीएम ने कहा, “आमतौर पर, वे इन त्योहारों को अपने दोस्तों और परिवारों के साथ पूरे उत्साह और उमंग के साथ मनाते थे। घर के बाहर निकलकर अपनी ख़ुशी साझा करते थे। लेकिन इस बार, हर किसी ने संयम बरता। लॉकडाउन के नियमों का पालन किया। हमने देखा है कि इस बार हमारे ईसाई दोस्तों ने ‘ईस्टर (Easter)’ भी घर पर ही मनाया है। अपने समाज, अपने देश के प्रति ये ज़िम्मेदारी निभाना आज की बहुत बड़ी ज़रूरत है। तभी हम कोरोना के फैलाव को रोक पाने में सफल होंगे। कोरोना जैसी वैश्विक-महामारी को परास्त कर पाएंगे।”
क्यों पीएम मोदी ने कही ईद से पहले कोरोना के खात्मे की बात दरअसल शनिवार को सिंगापुर यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी एंड डिजाइन (SUTD) ने हाल ही में एक दावा किया है। यूनिवर्सिटी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिये आंकड़े हासिल करने के बाद इनका विश्लेषण किया। इसमें दावा किया गया कि ना केवल भारत बल्कि दुनिया के अन्य देशों में भी यह वायरस जल्द खत्म हो जाएगा। सिंगापुर यूनिवर्सिटी के मुताबिक भारत में 20 तक कोरोना खत्म हो सकता है।
वहीं, शुक्रवार को केंद्र सरकार ने एक दावा किया था। इसमें बताया गया था कि अगर देश में 16 मई तक लोग लॉकडाउन का पालन करें तो कोई नया केस सामने नहीं आ पाएगा। यानी भारत से कोरोना को खत्म किया जा सकेगा।
पीएम मोदी ने LinkedIn पर कोरोना के दौर की हकीकत बताई और भविष्य के लिए दिए शानदार मंत्र अब इस बार ईद 23 या 24 मई को पड़ सकती है और सिंगापुर यूनिवर्सिटी के अलावा भारत सरकार भी कोरोना वायरस को मई के तीसरे सप्ताह से पहले भारत में खत्म होने की संभावना जता रही है। ऐसे में पीएम मोदी का यह आह्वान कई मायनों में वास्तविकता के नजदीक नजर आता है।