संजय दत्त की पत्नी Manyata Dutt की फोटो हुई वायरल, वजह समझने में लगेगा वक्त सबसे पहले आपको बता दें कि भारत में फिलहाल कोरोना केस का आंकड़ा 39 लाख पार कर गया है और शुक्रवार रात तक यह आंकड़ा 40 लाख पार कर जाएगा। हालांकि देश में कोरोना वायरस से से ठीक हो चुके लोगों यानी रिकवर्ड केस की संख्या 30,37,151 पहुंच गई है जो एक अच्छी बात है। वहीं, देश में अब तक कुल 4 करोड़ 66 लाख 79 हजार 145 कोरोना सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं।
इसके अलावा देश में फिलहाल कोरोना वायरस के एक्टिव केस की संख्या 8,31,124 है जबकि 68,472 लोगों ने इस महामारी से दम तोड़ दिया है। बीते 24 घंटों के दौरान देश में ऐतिहासिक रूप से रिकॉर्ड 83,341 नए कोरोना वायरस केस सामने आए हैं, जबकि 66,659 लोग इससे रिकवर हुए हैं। वहीं, 1096 लोगों की बीते 24 घंटों में मौत हो गई है।
इस बीच अच्छी खबर यह है कि देश में कोरोना वायरस मरीजों का रिकवरी रेट बढ़कर 77.15 फीसदी पहुंच गया है और यह काफी वक्त से तेजी से बढ़ता जा रहा है। जबकि कोरोना से होने वाली मौतों की दर 1.74 फीसदी है और कुल केस का एक्टिव केस केवल 21.11 फीसदी हैं। सरकार की कोशिश एक्टिव केस और मौत के प्रतिशत में कमी लाने की है, जिसमें काफी हद तक सफलता भी मिल रही है।
VPN यानी एक ऐसी सुविधा जिससे दुनियाभर के शो देखना, डाउनलोड करना मुमकिन वो भी बिना पहचान बताए अब बात करते हैं देश में आने वाले वक्त में कोरोना वायरस की भयावहता की तो इसे शुरुआत से समझने की जरूरत है। भारत में कोरोना वायरस के पहले 100 केस 15 मार्च को पहुंचे और उस वक्त देश में इससे मरने वालों की संख्या केवल दो थी। जबकि 24 मार्च को मौत का आंकड़ा पहली बार देश में दहाई पर पहुंचकर 10 हो गया। इसके बाद 29 मार्च को यानी केवल 14 दिन में कुल केस की संख्या 10 गुना बढ़कर 1000 पार कर गई जबकि मौत की संख्या में 13 गुना बढ़ोतरी होकर कुल संख्या 27 हो गई। जबकि 6 अप्रैल को कुल मौतों की संख्या 100 पार करके 111 पहुंच गई।
इसके बाद अगले 15 दिनों में यानी 14 अप्रैल को फिर से केस 10 गुना बढ़कर 10,000 से ज्यादा हो गए और मौत का आंकड़ा 353 पर पहुंच गया। इसके बाद 19 अप्रैल को कुल मौत 500 पार कर 519 हो गई और 29 अप्रैल को यह संख्या 1000 से ज्यादा हो गई। वहीं, देश में 10 हजार से 1 लाख केस पहुंचने में 35 दिनों का वक्त लगा और 19 मई को यह संख्या 1,01,139 पहुंच गई।
31 मई को देश में कोरोना से मरने वालों की तादाद 5000 का आंकड़ा पार कर 5,164 पर पहुंच गई और 17 जून को जब देश में कोरोना वायरस के कुल केस की संख्या 3,54,065 पहुंची, तब मौत का आंकड़ा पहली बार 10,000 का आंकड़ा पार कर सीधे 11,903 पर पहुंच गया। फिर 8 जुलाई को देश में जब कुल केस 7,42,417 पर पहुंचे, तब देश में मौत का आकड़ा भी बढ़कर 20,000 पार कर गया और मरने वालों की संख्या 20,162 हो गई। यानी 21 दिनों में तकरीबन केस और मौत का आंकड़ा दोगुने से ज्यादा हो गया।
Indian astronomers की बड़ी उपलब्धि, सबसे दूर सितारों की आकाशगंगा की खोज की 17 जुलाई को देश में पहली बार कोरोना वायरस के कुल केस की संख्या 10 लाख पार हो गई और उस दिन मौत की कुल संख्या 25,602 हो गई थी। जबकि 24 जुलाई को यानी एक सप्ताह बाद केस की संख्या करीब पौने तीन लाख बढ़कर 12,87,945 पर पहुंच गई और मौत का आंकड़ा 30,601 पर पहुंचा। इसके बाद 6 अगस्त को देश में मौत का आंकड़ा 10 हजार और बढ़कर 40,699 हो गया जबकि अगले ही दिन 7 अगस्त को कुल केस बढ़कर 20,27,074 हो गई और एक ही दिन में मौत की संख्या 986 बढ़ गई। अगस्त से रोजाना तकरीबन 900 से 1000 के आसपास रोजाना मौत के केस आने का सिलसिला शुरू हो गया था। भारत में 17 अगस्त को यानी केवल 10 दिन में मौत का आंकड़ा 10 हजार और बढ़कर 50 हजार पार कर गया और कुल मौत का आंकड़ा 50,921 पहुंच गई जबकि 23 अगस्त को देश में कुल केस 30 लाख पार करके 30,44,940 हो गए।
अगले 10 दिनों में मौत का आंकड़ा फिर 10 हजार बढ़ा और यह संख्या 27 अगस्त को 60,472 पहुंच गई, जबकि उस दिन कुल केस 33,10,234 हो गए थे। अब 8 दिन बाद कुल केस का आंकड़ा 40 लाख के पास पहुंच गया है जबकि मौत का आंकड़ा 69 हजार के पास।
अगर पिछले 1 माह से जारी बढ़ोतरी और बीच में एक दम से किसी दिन तेजी से बढ़ते मामलों की सामान्य चाल से ही औसत लें तो अगले 30 दिनों में यानी 3 अक्टूबर तक सामान्य ढंग से देश में कोरोना से होने वाली कुल मौत का आंकड़ा 30 हजार से ज्यादा बढ़कर 1,00,000 (एक लाख) पार कर जाएगा। वहीं, मौत के मामलों में होने वाले उतार-चढ़ाव को देखें तो देश में कोरोना वायरस से होने वाली मौत का आंकड़ा 1 लाख इस माह ही यानी 30 सितंबर तक ही पार जाएगा।
कोरोना मरीजों के लिए सबसे बड़ी खुशखबरी, भारत में केवल 35 रुपये की दवा हुई लॉन्च वैसे उम्मीद यही करनी चाहिए कि आने वाले वक्त में इसमें इसी तरह की बढ़ोतरी नजर ना आए और अनुमान गलत साबित हों, ताकि मौत का आंकड़ा इतनी तेजी से ना बढ़े। हालांकि इस दौरान आप सभी को अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी उपाय अपनाने चाहिए। यानी नियमित रूप से मास्क पहनना, बेवजह घर से बाहर ना जाना, सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करना और नियमित रूप से अच्छे से हाथ धोना।