प्रतिष्ठित समुद्र महल सोसाइटी में 27-29 मंजिला दो इमारतें हैं। पूर्व में यह ग्वालियर के पूर्व राजघराने का महल हुआ करता था, जिसे बाद में रिहायशी सोसायटी में तब्दील कर दिया गया। इसी सोसाइटी में मोदी, राणा कपूर व सिंधिया प्रत्येक का आशियाना या तो है या फिर, कभी हुआ करता था। सिंधिया परिवार के पास समुद्र महल के ए विंग में एक डुप्लेक्स और एक टेरेस है।
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संयोग की बात यह है कि इसी घर को यस बैंक के संस्थापक, राणा कपूर को किराए पर दिया गया है। राणा फिलहाल यस बैंक के डूबने के कारण प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में है। यही नहीं, कुछ दिनों पहले इसी इमारत में राणा कपूर के पड़ोसी और भगोड़े नीरव मोदी की संपत्ति को प्रवर्तन निदेशालय ने भी नीलाम किया था। कभी समुद्र महल में नीरव के घर की सजावट बनने वाली वीएस गायतोंडे, केके हेब्बर, एमएफ हुसैन और अमृता शेर-गिल सहित कई महान कलाकारों की बेहतरीन कलाकृतियोंं को ईडी ने छापा मारकर अपने कब्जे में ले लिया था।
पड़ोसियों के हैं बेहतरीन संबंध
यही नहीं वहां काम करने वाले लोगों ने बताया कि पुराने पड़ोसी के आपस में रिश्ते काफी बेहतर रहे हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि राणा कपूर और नीरव मोदी दोनों देर से घर आते थे और पड़ोसियों के साथ ज्यादा बातचीत नहीं करते थे। समुद्र महल के संपत्ति की बात करें तो इसमें एक बड़ा स्विमिंग पूल, दो पार्क और जिम जैसी सुविधाएं हैं।
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जाने-माने लोगों का है पता
निजी इक्विटी निवेश फर्म द ज़ेंडर ग्रुप के संस्थापक अध्यक्ष, सिद्धार्थ योग ने इसी सोसाइटी की एक इमारत में 13 वीं और 14 वीं मंजिल पर चार बेडरूम वाले 3,640 वर्ग फीट के डुप्लेक्स को 40 करोड़ रुपए में खरीदा है। यही नहीं इस सोसाइटी के अन्य निवासियों में वेदांता समूह के प्रतीक अग्रवाल भी शामिल हैं, जिन्होंने पिछले साल 3 और 4 मंजिलों पर 41.5 करोड़ रुपए में अपार्टमेंट खरीदा था। वेदांता के स्वामित्व वाली कंपनी स्टरलाइट इंडस्ट्रीज का परिसर में एक बंगला है।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के संयुक्त एमडी रामदेव अग्रवाल, इन्फोसिस के गैर-कार्यकारी अध्यक्ष, नंदन नीलेकमणि भी इसी इमारत में रहते हैं। यही नहीं, समुद्र महल कभी जाने-माने व्यवसायी मनु छाबड़िया और भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या का पता था।