दरअसल पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी ( Snowfall ) के चलते मैदानी इलाकों में सीधा असर देखने को मिल रहा है।
मौसम की जानकारी देने वाली संस्था स्काईमेट के मुताबिक मध्य प्रदेश और तेलंगाना में चक्रवाती हवाओं की वजह से एक ट्रफ विकसित होगा।
मौसम की जानकारी देने वाली संस्था स्काईमेट के मुताबिक मध्य प्रदेश और तेलंगाना में चक्रवाती हवाओं की वजह से एक ट्रफ विकसित होगा।
ऐसे में इसका असर देश के मध्य औऱ दक्षिण इलाकों में देखने को मिलेगा। यहां हल्की से मध्यम बारिश अगले 48 घंटे में होने की संभावना है। शाहीन बाग में हो रहे प्रदर्शन को लेकर बीजेपी नेता ने खोला बड़ा राज, कांग्रेस-आप दोनों पर साधा निशाना
स्काइमेट के विशेषज्ञों के अनुसार 28 जनवरी तक मौसम शुष्क रहेगा, और एक नया पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय की ओर बढ़ेगा, और यह पूर्वी राजस्थान में चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र को प्रेरित करेगा। 28 जनवरी को विदर्भ में कई हिस्सों में हल्की बारिश की संभावना है।
29 जनवरी, बुधवार को कोंकण व पूर्वी विदर्भ के बाकी हिस्सों में भी बारिश होने के आसार हैं।
साथ ही दक्षिण पूर्व मध्य प्रदेश और तेलंगाना में चक्रवाती हवाओं के विकसित होने से एक ट्रफ विस्तारित होगा, जिससे मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के पूर्वी और उत्तरी भागों में गरज के साथ वर्षा होने की उम्मीद है।
साथ ही दक्षिण पूर्व मध्य प्रदेश और तेलंगाना में चक्रवाती हवाओं के विकसित होने से एक ट्रफ विस्तारित होगा, जिससे मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के पूर्वी और उत्तरी भागों में गरज के साथ वर्षा होने की उम्मीद है।
मौसम विभाग के अधिकारी ने बताया कि श्रीनगर में न्यूनतम तापमान शून्य से 0.5 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। अधिकारी ने बताया कि काजीगुंड में न्यूनतम तापमान शून्य से 0.4 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा। दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में पारा सात डिग्री घटकर न्यूनतम तापमान शून्य से 12.2 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया। पहलगाम कश्मीर घाटी में सबसे अधिक सर्द स्थान रहा।