मौसम विभाग के मुताबिक देश के मध्य इलाकों में गुरुवार को बारिश होने और गरज के साथ बौछारें बढ़ने की संभावना है। दरअसल मध्य भारत में प्री मानसून बारिश शुरू होगी।
इस दौरान बाल्टिस्तान, गिलगित, मुजफ्फराबाद, जम्मू कश्मीर और लद्दाख में मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर बर्फबारी होने की उम्मीद है। मौसम की जानकारी देने वाली निजी संस्था स्काइमेट वेदर के मुताबिक जम्मू-कश्मीर के ऊपर एक विक्षोभ बन रहा है, जबकि पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के ऊपर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बन रहा है। ऐसे में इन इलाकों में तेज हवाएं चलने के आसार हैं।
इसका सीधा असर भारत के कई राज्यों पर पड़ेगा। इससे इन राज्यों में बारिश के साथ ही ओलावृष्टि की भी संभावना जताई गई है।
पश्चिमी विक्षोभ का असर हिमालयी क्षेत्रों और उत्तर पूर्वी भारत के हिस्सों पर 18 मार्च को दिखेगा।
ऐसे में अगले 4 दिन तक मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ के अधिकांश हिस्सों में तेज हवाओं के साथ बारिश होने की संभावना है। इस दौरान हवाओं की रफ्तार 40 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है।
मौसम विभाग के मुताबिक अगले 5 दिनों तक सिर्फ सौराष्ट्र और कच्छ को छोड़कर देश के कई हिस्सों में लू चलने की कोई संभावना नहीं है। सौराष्ट्र और कच्छ में यह लू 18 मार्च तक ज्यादा परेशान करेगी।
मौसम विभाग के मुताबिक 19 मार्च को यूपी के अलग अलग जगहों में गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।
उत्तराखंड में अगले चार से पांच दिन तक कई जिलों में बारिश और बर्फबारी के आसार हैं। यहां उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, देहरादून, नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में कहीं-कहीं हल्की बारिश और बिजली के चमकने का पूर्वानुमान है। वहीं बाकी के जिलों में मौसम के शुष्क रहने की संभावना है।