12 जून को भारी बारिश की संभावना
रविवार को दक्षिण पश्चिमी मानसून का सीधा असर केरल में देखने को मिला। यहां के कई हिस्सों में बादल दिल खोलकर बरसे न सिर्फ बरसे बल्कि कई इलाकों को तर बतर भी कर दिया। तिरुवनंतपुरम में जहां 32 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई वहीं कोच्ची में भी 23 मिलीमीटर बारिश एक दिन में हुई। एक हफ्ते देरी से पहुंचने के बाद मानसून की पहली किस्त उम्मीद के मुताबिक ही रही। मौसम वैज्ञानिकों की माने तो आगे भी इसी तरह अच्छी बारिश देखने को मिलेगी। मौसम रिपोर्ट में उत्तर मलप्पुरम और कोझिकोड में 12 जून को भारी से भारी बारिश की आशंका जताई है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, देश के कई राज्यों में प्री मानसून की गतिविधियां शुरू हो चुकी हैं। इन्हीं गतिविधियों के चलते मौसम के रुख में बदलाव देखा जा रहा है। रविवार को महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश और हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में तेज बारिश हुई। जबकि महाराष्ट्र के नासिक जिले में मानसून पूर्व हुई भारी बारिश और गरज के साथ आंधी-तूफान के चलते एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि तीन लोग घायल हुए हैं।
मैदान से लेकर पहाड़ों तक पानी
प्री मानसून गतिविधियों के चलते मैदानी इलाकों से लेकर पहाड़ों तक बदरा करवट ले रहे हैं। कहीं झमाझम तो कहीं हल्की बारिश ने गर्म हवाओं के थपेड़ों से राहत दी है। पहाड़ी इलाकों की बात करें तो हिमाचल प्रदेश में दूर दराज के इलाकों में बारिश ने लोगों के चेहरे पर मुस्कान ला दी। है। प्रदेश के काल्पा में चार मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई है। जबकि डलहौजी में तीन मिमी, कुफरी में एक मिमी, भुंतर में 0.6 मिमी बारिश दर्ज हुई।
उत्तर भारत के कई इलाके फिलहाल सूरज की तपिश से जूझेंगे। यहां पारा 43 से 45 के आस-पास रहने की संभावना व्यक्त की गई है। यूपी के साथ-साथ हरियाणा और पंजाब के कुछ इलाकों में अभी लू का प्रकोप अगले एक हफ्ते तक जारी रहेगा।
प्रीम मानसून की दस्तक के साथ ही तेज हवाओं ने कई इलाकों में तबाही मचाई। शनिवार की शाम तूफानी हवाओं के चलते महाराष्ट्र के नासिक में कुछ जगहों पर पेड़ उखड़ गए और कई इलाकों में बिजली आपूर्ति करीब पांच घंटे तक ठप रही। ‘वडाला में तूफानी हवाओं के साथ हुई बारिश के चलते टीन की एक छत के गिर जाने से 70 साल की एक महिला की मौत हो गई’।
मौसम विभाग की माने तो आने वाले 24 से 48 घंटे में बन रहा निम्न दबाव बड़ी मुश्किल खड़ी कर सकता है। दरअसल अरब सागर में निम्न दबाव वाला क्षेत्र बना हुआ है और आगे इसके और गहरा होने की आशंका बनी हुई है। ऐसे में आने वाले दो दिन में गहरा होता निम्न दबाव का क्षेत्र चक्रवात में बदल सकता है।
मौसम विभाग ने तूफान की आशंका के चलते मछुआरों को 13 जून तक मछली पकड़ने के लिए समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है। साथ ही तटीय इलाकों पर रह रहे लोगों को भी दूर रहने की सलाह दी गई है। विभाग ने दूर-दराज क्षेत्रों और लक्षद्वीप समूह में भारी बारिश और तटीय क्षेत्र में तूफान वाले मौसम की आशंका भी जताई है।