पहाड़ी इलाकों में हो रहे हिमपात के चलते मैदानी इलाकों खास तौर पर उत्तर भारत में शीतलहर का प्रकोप जारी है। देश के उत्तरी और उत्तर-पश्चिम हिस्सों में हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ रही है।
दुनिया की तमाम वैक्सीनों से काफी सस्ता है देसी टीका, जानिए अन्य देशों की प्रमुख वैक्सीनों की कीमतें उत्तर भारत में जारी शीतलहर का कहर
उत्तर भारत में शीतलहर का कहर लगातार जारी है। बुधवार को पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, बिहार, उत्तर प्रदेश समेत कई इलाकों में पारा तीन से चार डिग्री तक लुढ़का। मौसम विभाग की मानें तो 16 जनवरी तक उत्तर भारतीयों को शीतलहर का सामना करना पड़ेगा।
उत्तर भारत में शीतलहर का कहर लगातार जारी है। बुधवार को पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, बिहार, उत्तर प्रदेश समेत कई इलाकों में पारा तीन से चार डिग्री तक लुढ़का। मौसम विभाग की मानें तो 16 जनवरी तक उत्तर भारतीयों को शीतलहर का सामना करना पड़ेगा।
पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में सुबह के समय घना कोहरा छाए रहने का अनुमान है. साथ ही हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब और दिल्ली के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान 16 डिग्री से नीचे रहेगा जिससे कोल्ड डे की स्थिति जारी रह सकती है।
इसके साथ ही राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली के कुछ हिस्सों में शीतलहर का प्रकोप बने रहने की संभावना है. उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवाओं का प्रभाव अब पूर्वी भारत के भागों में दिखने लगा है जिससे तापमान में 1 या 2 डिग्री की गिरावट आई है।
इन इलाकों में बारिश के आसार
देश के दक्षिण इलाकों में बारिश का सिलसिला बदस्तूर जारी है। खास तौर पर तमिलनाडु के तटीय इलाकों में गुरुवार को भी बारिश की संभावना बनी हुई है। इसके अलावा गॉड्स ओन कंट्री यानी केरल के दक्षिणी भागों और लक्षद्वीप में मध्यम से भारी बारिश जारी रहने का मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जताया है।
देश के दक्षिण इलाकों में बारिश का सिलसिला बदस्तूर जारी है। खास तौर पर तमिलनाडु के तटीय इलाकों में गुरुवार को भी बारिश की संभावना बनी हुई है। इसके अलावा गॉड्स ओन कंट्री यानी केरल के दक्षिणी भागों और लक्षद्वीप में मध्यम से भारी बारिश जारी रहने का मौसम विभाग ने पूर्वानुमान जताया है।
वहीं अगले 24 घंटों में तमिलनाडु और केरल में बारिश की गतिविधियां कम हो जाएंगी। लेकिन लक्षद्वीप पर मध्यम बारिश उसके बाद भी जारी रहेगी। पहाड़ों पर जारी सर्दी का सितम
पहाड़ी राज्यों पर हिमपात का साफ असर देखने को मिल रहा है। जम्मू-कश्मीर में व्हाइट अटैक ने लोगों की मुश्किल बढ़ा दी है। श्रीनगर मे आठ वर्षों का रिकॉर्ड टूटा है। यहां तापमान शून्य से 7.8 डिग्री नीचे माइनस में दर्ज किया गया है।
पहाड़ी राज्यों पर हिमपात का साफ असर देखने को मिल रहा है। जम्मू-कश्मीर में व्हाइट अटैक ने लोगों की मुश्किल बढ़ा दी है। श्रीनगर मे आठ वर्षों का रिकॉर्ड टूटा है। यहां तापमान शून्य से 7.8 डिग्री नीचे माइनस में दर्ज किया गया है।
जो पिछले आठ साल में शहर का सबसे कम न्यूनतम तापमान है। इससे पहले 14 जनवरी, 2012 को इतना ही न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया था। वहीं हिमाचल प्रदेश के केलांग और कल्पा में बुधवार को पारा शून्य से काफी नीचे चला गया, जबकि राजधानी शिमला में न्यूनतम तापमान 5.7 डिग्री सेल्सियस रहा। कल्पा में न्यूनतम तापमान शून्य से 2.6 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। मनाली, कुफरी और डलहौजी में न्यूनतम तापमान क्रमश: एक डिग्री, सात डिग्री और 7.6 डिग्री सेल्सियस रहा।
इसके अलावा यूपी में ठंड का कहर जारी है। चुर्क में सबसे कम न्यूनतम तापमान 3.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राज्य के दूरदराज इलाकों में कोहरा छाया रहा। वॉट्स एल की प्राइवेसी पॉलिसी इन देशों के लिए है काफी अलग, जानिए क्या है पीछे की वजह
हरियाणा में नारनौल सबसे ठंडा
हरियाणा की बात करें तो यहां नारनौल में सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस नीचे तापमान दर्ज किया गया। हिसार में भी तापमान दो डिग्री सेल्सियस के नीचे रहा। हिसार में न्यूनतम तापमान 1.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस कम हैं। चंडीगढ़ में न्यूनतम तापमान 5.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
हरियाणा की बात करें तो यहां नारनौल में सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस नीचे तापमान दर्ज किया गया। हिसार में भी तापमान दो डिग्री सेल्सियस के नीचे रहा। हिसार में न्यूनतम तापमान 1.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस कम हैं। चंडीगढ़ में न्यूनतम तापमान 5.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।