दरअसल केरल के तटों के पास अरब सागर ( Arabian Sea ) पर एक निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित हुआ है। यही सिस्टम प्रभावी होते हुए एक जून को डिप्रेशन ( Depression ) बन गया और जल्द ही यह सिस्टम तूफान में तब्दील होकर कई इलाकों पर अपना असर छोड़ सकता है।
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अरब सागर में विकसित हो रहे इस सिस्टम की लोकेशन 1 जून को दोपहर के समय गोवा से 350 किमी दक्षिण-पश्चिम थी और मुंबई से 650 किमी दक्षिण व दक्षिण-पश्चिम थी। यह सिस्टम भारत के पश्चिमी तटों के साथ-साथ उत्तरी दिशा में आगे बढ़ रहा है और प्रभावी होता जा रहा है। अगले 24 घंटों में इसके तूफान बनने की संभावना है।
अरब सागर में विकसित हो रहे इस सिस्टम की लोकेशन 1 जून को दोपहर के समय गोवा से 350 किमी दक्षिण-पश्चिम थी और मुंबई से 650 किमी दक्षिण व दक्षिण-पश्चिम थी। यह सिस्टम भारत के पश्चिमी तटों के साथ-साथ उत्तरी दिशा में आगे बढ़ रहा है और प्रभावी होता जा रहा है। अगले 24 घंटों में इसके तूफान बनने की संभावना है।
यानी 2 जून की सुबह तक तो ये चक्रवाती तूफान रहेगा लेकिन जैसे-जैसे समय बीतेगा ये महाचक्रवाती तूफान का रूप ले लेगा। वहीं 3 जून तक ये गुजरात के तटीय इलाकों में जोरदार असर छोड़ सकता है।
वहीं 4 जून तक निसर्ग के महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के कई इलाकों को प्रभावित करने की संभावना बनी हुई है।
इससे होने वाली तबाही की आशंका को देखते हुए राज्य सरकारों ने निचले स्थानों पर रहने वालों को निकालने का आदेश दिया है।
इससे होने वाली तबाही की आशंका को देखते हुए राज्य सरकारों ने निचले स्थानों पर रहने वालों को निकालने का आदेश दिया है।
साथ ही आधा दर्जन से अधिक जिलों में नेशनल डिजास्टर रेस्पॉन्स फोर्स ( NDRF ) की 10 टीमें तैनात की गई हैं। निसर्ग के खतरे से निपटने के लिए कुल हृष्ठक्रस्न 23 टीमों को तैनात किया गया है।
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‘निसर्ग’ के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार भी हरकत में आ गई है। गृह मंत्री अमित शाह ने इससे निपटने की तैयारियों को लेकर नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (NDMA) के अधिकारियों और प्रभावित होने वाले राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बैठक की। इस दौरान उन्होंने हर संभव मदद का भरोसा दिया।
‘निसर्ग’ के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार भी हरकत में आ गई है। गृह मंत्री अमित शाह ने इससे निपटने की तैयारियों को लेकर नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (NDMA) के अधिकारियों और प्रभावित होने वाले राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बैठक की। इस दौरान उन्होंने हर संभव मदद का भरोसा दिया।
मुंबई पहुंचेगा सदी का पहला तूफान
मुंबई में पिछले 100 साल में ऐसा पहली बार होगा जब जून में कोई चक्रवाती तूफान दस्तक देगा। निसर्ग पहला ऐसा तूफान होगा जो अरब सागर में विकसित होने के बाद मुंबई के तटीय इलाकों से टकराएगा।
मुंबई में पिछले 100 साल में ऐसा पहली बार होगा जब जून में कोई चक्रवाती तूफान दस्तक देगा। निसर्ग पहला ऐसा तूफान होगा जो अरब सागर में विकसित होने के बाद मुंबई के तटीय इलाकों से टकराएगा।
3 जून की रात तक मुंबई से टकराने की संभावना
तूफान 3 जून की रात को मुंबई के पास रायगढ़ से दमन के बीच से लैंडफॉल कर सकता है। निसर्ग की समुद्री यात्रा ज्यादा लंबी नहीं होगी।
तूफान 3 जून की रात को मुंबई के पास रायगढ़ से दमन के बीच से लैंडफॉल कर सकता है। निसर्ग की समुद्री यात्रा ज्यादा लंबी नहीं होगी।
निसर्ग तूफान तटीय कर्नाटक, गोवा और महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र में 48 घंटों की अवधि के लिए व्यापक बारिश दे सकता है। तूफान जब उत्तरी और उत्तर-पूर्वी दिशा की तरफ बढ़ेगा तो कर्नाटक के निचले हिस्सों से बारिश कम होती जाएगी। लेकिन गोवा और महाराष्ट्र के तटों पर बारिश बढ़ेगी।
3 जून को जब यह लैंडफॉल करने के करीब होगा उस समय से लेकर 4 जून के बीच रायगढ़ से लेकर पालघर, दमन व दीव और गुजरात के वलसाड और नवसारी समेत आसपास के इलाके जोरदार असर होगा।
मुंबई समेत आस-पास अलर्ट जारी
निसर्ग के बढ़ते खतरे के बीच मुंबई और उससे सटे जिलों को अलर्ट जारी कर दिया गया है। NDRF की 10 टीम संवेदनशीन इलाकों में तैनात हैं। इसके साथ ही 6 अन्य टीमों को अलर्ट पर रखा गया है। पालघर और रायगढ़ जिलों में स्थित रासायनिक और परमाणु ऊर्जा संयंत्रों की सुरक्षा को लेकर भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
निसर्ग के बढ़ते खतरे के बीच मुंबई और उससे सटे जिलों को अलर्ट जारी कर दिया गया है। NDRF की 10 टीम संवेदनशीन इलाकों में तैनात हैं। इसके साथ ही 6 अन्य टीमों को अलर्ट पर रखा गया है। पालघर और रायगढ़ जिलों में स्थित रासायनिक और परमाणु ऊर्जा संयंत्रों की सुरक्षा को लेकर भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
वहीं सीएम उद्धव ठाकरे ने एक बयान में कहा कि तूफान के खतरे को देखते हुए मुंबई शहर, मुंबई उपनगरीय जिले, ठाणे, पालघर, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों में अलर्ट जारी किया गया है।
गुजरात, एमपी और राजस्थान पर होगा असर
चक्रवाती तूफान निर्सग की चपेट में महाराष्ट्र के साथ-साथ गुजरात, मध्यप्रदेश और राजस्थान भी आएंगे। वहीं दादरा व नागर हवेली पर तूफान का असर देखने को मिलेगा। इन इलाकों में 3 से 5 जून के बीच अच्छी बारिश की संभावना है।
चक्रवाती तूफान निर्सग की चपेट में महाराष्ट्र के साथ-साथ गुजरात, मध्यप्रदेश और राजस्थान भी आएंगे। वहीं दादरा व नागर हवेली पर तूफान का असर देखने को मिलेगा। इन इलाकों में 3 से 5 जून के बीच अच्छी बारिश की संभावना है।