दरअसल ठंड के मौसम और नए साल के जश्न की वजह से एल्कोहल का सेवन काफी बढ़ जाता है। यही वजह है कि मौसम विभाग ने प्रभाव आधारित सलाह जारी करते हुए कहा है कि 28 दिसंबर से तीन से चार दिन तक देश के कई इलाकों खासतौर पर उत्तर भारत में हाड़ कंपा देने वाली ठंड पडे़गी। ऐसे में ठंड से बचने के लिए लोग शराब के सेवन से बचें। इससे उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
देश के इन राज्यों में बढ़ेगा सर्दी का सितम, आने वाले चार दिन इन इलाकों में बढ़ सकती है मुश्किल इन खतरों से किया आगाह
अकसर सर्दी का सितम बढ़ते ही ठंडे इलाकों में लोग शराब का सेवन बढ़ा देते हैं। ऐसा वे इसलिए करते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे शरीर में गर्मी आएगी और ठंड का असर नहीं होगा। लेकिन ये गलत धारणा है। इससे दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ता है।
अकसर सर्दी का सितम बढ़ते ही ठंडे इलाकों में लोग शराब का सेवन बढ़ा देते हैं। ऐसा वे इसलिए करते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे शरीर में गर्मी आएगी और ठंड का असर नहीं होगा। लेकिन ये गलत धारणा है। इससे दिल का दौरा पड़ने का खतरा बढ़ता है।
हार्ट अटैक का 30 फीसदी ज्यादा खतरा
विशेषज्ञों का कहना है कि सर्दी में शराब का ज्यादा सेवन दिल के लिए बेहद नुकसानदेह साबित हो सकता है। इसके चलते न सिर्फ आपको सर्दी-जुकाम रहने लगता है बल्कि दिल का दौरा पड़ने का खतरा भी 30 फीसद तक बढ़ सकता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि सर्दी में शराब का ज्यादा सेवन दिल के लिए बेहद नुकसानदेह साबित हो सकता है। इसके चलते न सिर्फ आपको सर्दी-जुकाम रहने लगता है बल्कि दिल का दौरा पड़ने का खतरा भी 30 फीसद तक बढ़ सकता है।
एक्सपर्ट्स की मानें तो सर्दियों में रक्त नलिकाएं सिकुड़ जाती हैं, जिसके चलते हृदय को रक्त प्रवाह जारी रखने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। ऐसे में शराब पीना आपके दिल के लिए और भी खतरनाक हो जाता है।
सर्दी में शरीर का तंत्र अलग तरह से काम करता है। शराब पीने से शरीर और उसके अंदर के अहम अंग ठंडे पड़ने लगते हैं।
सर्दी में शरीर का तंत्र अलग तरह से काम करता है। शराब पीने से शरीर और उसके अंदर के अहम अंग ठंडे पड़ने लगते हैं।
बढ़ता है हाइपोथरमिया का खतरा
कई रिसर्च से ये बात सामने आई है कि ठंड में शराब पीने से गर्मी का एहसास मिलता है, लेकिन ये वास्तव में शरीर के तापमान को बाहरी ठंड के बावजूद कम कर सकता है और हाइपोथरमिया के खतरे को बढ़ाता है।
कई रिसर्च से ये बात सामने आई है कि ठंड में शराब पीने से गर्मी का एहसास मिलता है, लेकिन ये वास्तव में शरीर के तापमान को बाहरी ठंड के बावजूद कम कर सकता है और हाइपोथरमिया के खतरे को बढ़ाता है।
दरअसल ठंड तब लगती है जब रक्त का प्रवाह स्किन से अंगों में होता है, इससे शरीर के तापमान में बढ़ोतरी होती है। जैसे ही हम शराब का सेवन करते हैं ये प्रक्रिया विपरित हो जाती है। ऐसे में रक्त का प्रवाह स्किन में बढ़ जाता है और तेजी से शरीर का तापमान गिरने लगता है।
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मौसम विभाग का कहना है कि शराब के सेवन से शरीर का तापमान कम होता है। इसलिए बेहतर है घर पर रहें और विटामिन सी से भरपूर फलों का सेवन करें। इसके अलावा शीतलहर के प्रभाव का मुकाबला करने के लिए नियमित अपनी स्किन को मॉस्चेराइज करें।
मौसम विभाग का कहना है कि शराब के सेवन से शरीर का तापमान कम होता है। इसलिए बेहतर है घर पर रहें और विटामिन सी से भरपूर फलों का सेवन करें। इसके अलावा शीतलहर के प्रभाव का मुकाबला करने के लिए नियमित अपनी स्किन को मॉस्चेराइज करें।