यह पूछे जाने पर कि फैसले को लेकर केवल एक महीने से भी कम का समय रह गया है, ऐसे में इस कार्यक्रम के आयोजन की क्या आवश्यकता रही। इस पर विनोद ने कहा कि-‘भगवान राम के खिलाफ खड़े होने वाले सभी लोगों में अच्छी समझ लाने के मकसद से यह यज्ञ किया गया।’
मामले में सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील रहे राजीव धवन पर बिना नाम लिए निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि- ‘यह यज्ञ उन लोगों को बुद्धि प्रदान करने का काम करेगा, जिन्होंने राम जन्मभूमि के पुराने नक्शे को फाड़ने की हिम्मत की।’