इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनने के लिए देशभर से राम मंदिर निर्माण काम से जुड़े महत्वपूर्ण लोगों को आमंत्रित किया गया। हालांकि इस खास मौके पर विश्व हिंदू परिषद ( VHP ) के पूर्व अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ( Praveen Togadia ) को आमंत्रित नहीं किया गया।
राम के रंग में रंगे पीएम मोदी, तस्वीरों में देखे प्रधानमंत्री का अलग अंदाज निमंत्रण ना मिलने पर प्रवीण तोगड़िया का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि मुझे निमंत्रण ना मिलने का दुख नहीं है, मुझे खुशी है कि मैंने अपने धर्म और कर्तव्य का पालन किया।
तोगड़िया बोले- ये अभी झांकी है
विश्व हिंदू परिषद के पूर्व अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया को भले ही राम मंदिर भूमि पूजन समारोह का न्योता ना दिया गया है, लेकिन वे इससे नाराज नहीं है। तोगड़िया ने कहा है कि नाराज होने का नहीं बल्कि जश्न मनाने का वक्त है।
विश्व हिंदू परिषद के पूर्व अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया को भले ही राम मंदिर भूमि पूजन समारोह का न्योता ना दिया गया है, लेकिन वे इससे नाराज नहीं है। तोगड़िया ने कहा है कि नाराज होने का नहीं बल्कि जश्न मनाने का वक्त है।
उन्होंने कहा कि राम मंदिर को लेकर मामले में हमें 490 वर्ष का लंबा इंतजार और संघर्ष करना पड़ा। लेकिन जीत हमारी हुई इसको लेकर मैं काफी खुश हूं। मानसून को लेकर मौसम विभाग ने जारी किया बड़ा अलर्ट, जानें देशभर के किन राज्यों में जारी हुई भारी बारिश की चेतावनी
उन्होंने कहा कि मैंने अपने धर्म और कर्तव्य का पालन किया। मुझे खुशी है कि भगवान ने मुझे जीवन में ऐसा मौका दिया कि मैं राम मंदिर को लेकर कुछ कर पाऊं। प्रवीण तोगड़िया ने सुप्रीम कोर्ट का भी धन्यवाद किया, जहां राम मंदिर निर्माण को लेकर ऐतिहासिक फैसला सुनाया गया था। प्रवीण तोगड़िया ने राम मंदिर सिर्फ झांकी है, अभी मथुरा-काशी बाकी है।
राम मंदिर आंदोलन चलाने में अहम भूमिका
विश्व हिंदू परिषद के पूर्व अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया की राम मंदिर आंदोलन चलाने में अहम भूमिका रही। राम मंदिर को बार-बार सामने लाने में वीएचपी के इस तेज तर्रार नेता का अहम रोल रहा।
विश्व हिंदू परिषद के पूर्व अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया की राम मंदिर आंदोलन चलाने में अहम भूमिका रही। राम मंदिर को बार-बार सामने लाने में वीएचपी के इस तेज तर्रार नेता का अहम रोल रहा।
अशोक सिंघल की तरह प्रवीण तोगड़िया ने कई बार राम मंदिर निर्माण के लिए आवाज बुलंद की। हालांकि बाद में वैचारिक मतभेदों के चलते तोगड़िया ने संघ से दूरी बना ली और अपना अलग संगठन चलाते हैं।