ऐसे में विदेशों में फंसे भारतीय नागरिकों ( Indian citizens ) को स्वदेश लाने के लिए केंद्र सरकार ( Central Goverment ) ने वंदे भारत मिशन शुरू किया है।
इस मिशन के अंतर्गत अब तक विदेशों में फंसे 6037 लोगों को वापस लाया जा चुका है।
भारतीयों को विदेश से लाने के लिए भारतीय विमानन कंपनी एयर इंडिया ( Air India ) और उसकी सहायक एयर इंडिया एक्सप्रेस ने 31 उड़ानों का संचालन किया हैं।
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आपको बता दें कि भारत ने सात मई से दुनिया के सबसे बड़े हवाई बचाव कार्यों में से एक की शुरुआत की है।
वंदे भारत मिशन के अनुसार पहले हफ्तें में 12 देशों में फंसे 14,800 भारतीयों को वापस लाने के लिए ये दोनों एयरलाइंस सात दिनों में 64 उड़ानों का संचालन करेंगी।
इस दौरान कुल मिलाकर 190,000 से अधिक भारतीय नागरिकों को इस एयरलिफ्ट ऑपरेशन के तहत वापस लाए जाने की उम्मीद है।
इसकी तुलना में अगर तीन दशक पहले के ऑपरेशन की बात करें तो एयर इंडिया ने एयरलाइनों के एक समूह का नेतृत्व किया था, जिसमें करीब 111,711 भारतीयों को वापस लाया गया था।
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इस कार्य में भारतीय वायुसेना शामिल थी। यह उस समय की बात है जब इराक ने 1990 में कुवैत पर हमला कर दिया था और वहां फंसे भारतीयों को वापस लाना पड़ा था।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस लॉकडाउन के दौरान जिन देशों में भारतीय नागरिक फंसे हैं उनमें अमरीका, कुवैत, फिलीपींस, लंदन, बांग्लादेश, सिंगापुर, सऊदी अरब, UAE और मलेशिया आदि शमिल हैं।