इन राज्यों में करना होगा इंतजार
कोरोना वैक्सीन की किल्लत से कई राज्य जूझ रहे है। उन्होंने कोरोना की दोनों वैक्सीन कोविशील्ड और कोवैक्सीन उपलब्ध कराने के लिए कंपनियों को ऑर्डर दे दिया था। लेकिन दोनों ही कंपनियां मांग के अनुसार, वैक्सीन डोज उपलब्ध कराने में असमर्थ है। कंपनियां लगातार राज्य सरकारों से संपर्क में है। इसलिए कई राज्यों में 1 मई से 18+ का वैक्सीनेशन शुरू नहीं हो पाएगा। राज्य सरकार ने वैक्सीनेशन के लिए तैयारियां पूरी कर ली हैं। लेकिन उनके पास अभी वैक्सीन नहीं पहुंची है। इसके लिए वैक्सीन निर्माता कंपनी से जल्द डिलीवरी का आग्रह किया गया है। दिल्ली, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, झारखंड, बिहार, गुजरात, ओडिशा, जम्मू—कश्मीर, पंजाब और राजस्थान में भी 1 मई से 18+ का वैक्सीनेशन शुरू नहीं हो सकेगा।
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इन राज्यों ने किया फ्री-वैक्सीनेशन का ऐलान
बेकाबू कोरोना की रफ्तार को रोकने के लिए प्रयास जारी है। राज्य सरकारें 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को फ्री में वैक्सीन लगाने का ऐलान कर चुकी है। अभी तक बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, असम, गोवा, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, केरल, ओडिशा, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, कर्नाटक और उत्तराखंड ने फ्री में वैक्सीन लगाने का घोषण की है। इनमें जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, गोवा, सिक्किम, कर्नाटक, झारखंड और आंध्र प्रदेश शामिल है।
वैक्सीन की लागत
कोरोना वैक्सीन का निर्माण दो प्रमुख कंपनियां कर रही है। राज्य इन दोनों कंपनियों से टीके खरीदेंगे। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने कहा है कि वह अपनी कोरोना वैक्सीन ‘कोविशील्ड’ को 400 रुपये प्रति खुराक की कीमत पर राज्य सरकारों को देगा। कोवैक्सीन निर्माता भारत बायोटेक 600 रुपये की कीमत पर प्रत्येक खुराक राज्य सरकारों को बेचेगी। अधिकतर राज्य सरकारों ने सभी के लिए मुफ्त वैक्सीन का ऐलान कर दिया है। ऐसे में वैक्सीन की कीमत सरकार खुद उठाएगी।