दरअसल उत्तराखंड सरकार ( Uttarakhand Government ) ने प्रदेश के तमाम प्रवासियों ( Migrant ) को घर वापसी के लिए कवायद शुरू कर दी है। इसके लिए बकायदा सीएम के निर्देश के बाद जिला प्रशासन ने अन्य राज्यों में फंसे प्रवासियों की सूची बनाना शुरू की है। इसके लिए सरकार ने एक लिंक भी जारी किया और प्रवासियों की वापसी के लिए रजिस्ट्रेशन भी शुरू कर दिया गया है। इसके साथ ही प्रशासन ने कुछ नंबर भी जारी किए हैं, जिन पर फोन कर लोग जानकारी दे सकते हैं।
केंद्र सरकार का बड़ा फैसला, 4 मई से मिलने जा रही सबसे बड़ी राहत उत्तराखंड सरकार ने अन्य प्रदेशों में फंसे तमाम प्रवासी नौकरी पेशा, मजदूरों और छात्रों समेत सभी लोगों को घर वापस लाने की तैयारी शुरू कर दी है। वर्तमान में जिला प्रशासन के पास जनपद के 550 लोगों की सूची है। वहीं जिला प्रशासन ने फंसे लोगों से संबंधित लिंक पर रजिस्ट्रेशन कराने की अपील की है।
इस लिंक पर करें रजिस्ट्रेशन https://dsclservices.in/uttarakhand-migrant-registration.php
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इन राज्यों में फंसे हैं प्रवासी
उत्तराखंड प्रशासन के मुताबिक जिन 550 लोगों की सूची तैयार की गई है उनमें केरल, गोवा, दिल्ली, गुजरात और हरियाणा में बड़ी संख्या में लोग फंसे हुए हैं। ये सभी लोग लगातार प्रदेश सरकार के संपर्क में वीडियो कॉन्फ्रेंसि और अन्य माध्यमों से बने हुए हैं। इन लोगों से बातचीत के साथ ही प्रशासन ने लोगों वापस लाने की सूची तैयार की है।
उत्तराखंड प्रशासन के मुताबिक जिन 550 लोगों की सूची तैयार की गई है उनमें केरल, गोवा, दिल्ली, गुजरात और हरियाणा में बड़ी संख्या में लोग फंसे हुए हैं। ये सभी लोग लगातार प्रदेश सरकार के संपर्क में वीडियो कॉन्फ्रेंसि और अन्य माध्यमों से बने हुए हैं। इन लोगों से बातचीत के साथ ही प्रशासन ने लोगों वापस लाने की सूची तैयार की है।
2025 में दोबारा लौटेगा कोरोना वायरस, जानिए वैज्ञानिकों ने क्यों दी ऐसी चेतावनी जिला प्रशासन ने यह सूची भी सचिव परिवहन विभाग को भेज दी है। वहीं राज्य सरकार को इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय का आदेश मिल गया है। अब प्रदेश सरकार भी उन्हें चरणबद्ध तरीके से लाने की तैयारी शुरू कर दी है।
घर पहुंचने पर होंगे क्वारंटीन
घर पहुंचाने के बाद सभी को होम क्वारंटाइन या जरूरत पड़ने पर संस्थागत क्वारंटाइन किया जाएगा।
घर पहुंचाने के बाद सभी को होम क्वारंटाइन या जरूरत पड़ने पर संस्थागत क्वारंटाइन किया जाएगा।