किसानों ने यह कदम सरकार द्वारा मानी गईं उनकी पांच मांगों के बाद उठाया।
जानकारी के अनुसार कृषी मंत्रालय ने किसानों की 15 में से 5 मान ली, जबकि अन्य पर जल्द विचार करने का आश्वासन दिया।
वहीं, किसानों को राजधानी में प्रवेश से पहले दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए थे। पुलिस ने दिल्ली के एंट्री प्वाइंट पर नाकाबंदी कर दी।
इसके साथ ही दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर जवानों को तैनात कर दिया गया था। दिल्ली पुलिस के अलावा सीआरपीएफ के जवानों को भी मुस्तैद किया गया था।
भारतीय किसान संगठन के उपाध्यक्ष राधे ठाकुर ने जानकारी देते हुए कहा कि इस समय किसानों की हालात काफी दयनीय है। किसान-मजबूर आर्थिक संकट से जूझ रहा है। बावजूद इसके सरकार कुंभकर्णी नींद में सो रही है। किसान नेता ने कहा कि गन्ना मिल किसानों का भुगतान नहीं कर रही हैं।
किसान संगठनों की मांगें….
1. देश के सभी किसानों का ऋण पूरी तरह माफ हो
2. फसलों की सिंचाई के लिए किसानों को बिजली मुफ्त मिले
3. किसान व मजदूरों के लिए हेल्थ एंड एजुकेशन की मुफ्त व्यवस्था हो
4. 60 वर्ष की आयु के बाद किसान-मजदूरों को 5,000 रुपए महीना पेंशन दी जाए
5. फसलों की कीमत किसान प्रतिनिधियों की मौजूदगी में निर्धारित हो
6. किसानों की दुर्घटनावश मौत हो जोन पर उनको शहीद का दर्जा मिले
7. किसानों के परिवार को दुर्घटना बीमा योजना का लाभ दिया जाए
8. वेस्ट यूपी में उच्च न्यायालय और एम्स की स्थापना की जाए
10. ब्याज सहित गन्ना मूल्य भुगतान जल्द कराया जाए