जबकि तमाम धार्मिक स्थलों को आज से खोलने की इजाजत दी गई है, लेकिन ये छूट सख्त नियमों के तहत है। जम्मू-कश्मीर ( Jammu-Kashmir ) में भी धार्मिल स्थल आज से नहीं खोले जा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में कंटेनमेंट जोन ( Containment zone ) को छोड़कर धर्मस्थल खोले जाएंगे, हालांकि प्रतिमा या धार्मिक ग्रन्थों को स्पर्श नहीं करना होगा। उज्जैन का महाकाल मंदिर खोल दिया गया है। हरिद्वार में श्रद्धालु हर की पैड़ी में स्नान कर सकेंगे। राजधानी दिल्ली में ज्यादातर धार्मिक स्थल खुल गए हैं।
Uttarakhand : 7 दिनों तक रहने की शर्त पर पर्यटक बुक करा पाएंगे होटल, बाहर जाने पर रोक इसी तरह अहमदाबाद में मंदिर खोले गए हैं। वहीं सोमनाथ मंदिर ( Somnath mandir ) में आज सिर्फ स्थानीय लोग ही दर्शन कर सकेंगे। बनासकांठा का अंबाजी मंदिर 12 जून से खोला जाएगा। यहां शिफ्ट में श्रद्धालु दर्शन कर सकते हैं, लेकिन ये छूट अभी देश में हर जगह नहीं है। कुछ जगह धीरे-धीरे रियायत देने का फैसला लिया गया है।
जानकारी के मुताबिक काशी विश्वनाथ मंदिर ( Kashi Vishwanath Mandir ) , जम्मू और कश्मीर में वैष्णो देवी मंदिर ( Vaishno Devi Mandir ) , मथुरा का बांके बिहारी मंदिर ( Banke Bihari Mandir ) और पंचकुला का मनसा देवी मंदिर ( Mansa Devi Mandir ) है। लखनऊ की सबसे भव्य मस्जिद में से एक आसिफी मस्जिद को भी बंद रखा गया था।
जबकि बांके बिहारी मंदिर को 30 जून तक बंद रखा गया है। काशी विश्वनाथ और मनसा देवी मंदिर मंगलवार से खुलेंगे। ये स्थान भारी भीड़ को आकर्षित करते हैं और कोविद-19 ( Covid-19 ) के फैलने का डर है।
बता दें कि प्रमुख मंदिरों के अलावा सोमवार को खोले गए देश भर के विभिन्न पूजा स्थलों पर भक्तों ने बड़ी संख्या में दर्शन किए। लेकिन इन जगहों पर सभी प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है, जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग ( Social Distancing ) का पालन भी शामिल है। केवल मास्क पहनने वालों को ही उनकी प्रार्थना की पेशकश करने के लिए परिसर के अंदर अनुमति दी जाती है। प्रसाद और माला जैसी पेशकश की अनुमति नहीं है।
आज खुलने वाले स्थानों में पुरानी दिल्ली का गुरुद्वारा शीशगंज साहिब, उत्तर प्रदेश का गोरखपुर का प्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी मंदिर के अंदर प्रार्थना की। केंद्र ने पिछले सप्ताह जारी किए गए अपने दिशानिर्देशों में इन स्थानों को खोलने की अनुमति दी थी, लेकिन उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग को सुनिश्चित करने के साथ नियमित अंतराल पर श्रद्धालुओं की थर्मल जांच कराने का भी निर्देश दिया गया है।
केंद्र द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के मुताबिक एक समय में 5 से अधिक लोगों को अंदर जाने की अनुमति नहीं है, जबकि जूते एक साथ नहीं पहने जा सकते हैं।