केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ( Ramdas Athawale ) ने लोगों से आग्रह किया है कि वे दिन में एक बार ‘नो कोरोना नो’ ( No Corona No ) जरूर कहें। आपको बता दें कि इससे पहले आठवले ‘गो कोरोना गो’ का नारा भी दे चुके हैं। आईए जानते हैं केंद्रीय मंत्री आखिर देशवासियों से नो कोरोना नो कहने को क्यों कहा?
कोरोना संकट के बीच चीन पर भारत की सबसे बड़ी कार्रवाई, डिजिटल स्ट्राइक के बाद अब इस तरह बढ़ाई ड्रैगन की मुश्किल देशभर में कोरोना संकट के बीच गो कोरोना गो का नारा देने वाले केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले एक बार फिर सुर्खियों में हैं। इस बार उनके चर्चा में रहने की वजह उनकी लोगों से अजीब अपील है। केंद्रीय मंत्री ने लोगों से अनुरोध किया है कि वे कोरोना को भगाने के लिए दिन में एक बार नो कोरोना नो जरूर कहें।
ये बताई वजह
रामदास आठवले ने इस नए नारे और लोगों से दोहराने की अपील के पीछे की वजह भी बताई। उन्होंने कहै कि ‘No Corona, Corona No’ का नया नारा कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के लिए के लिए हैं।
उन्होंने कहा कि अब कोरोना का संक्रमण धीरे-धीरे कम हो रहा है इसलिए मैंने कहा था ‘गो कोरोना, कोरोना गो’ लेकिन अब नए स्ट्रेन को हम नहीं चाहते हैं इसलिए मैंने कहा है ‘नो कोरोना, कोरोना नो’।
अठावले के मुताबिक कोरोना का संक्रमण हर जगह पहुंच सकता है। मुझ तक भी यह संक्रमण पहुंच गया और अस्पताल में भर्ती होना पड़ा।
शराब का सेवन करने वाले हो जाएं सावधान! नए साल के जश्न और कड़ाके की ठंड के बीच इस वजह से बढ़ सकती है आपकी मुश्किल उन्होंने कहा कि कोरोना का नया स्ट्रेन बेहद खतरनाक है, इसलिए मैंने इसे भगाने के लिए कहा नो कोरोना नो। आप सब लोग भी इसे दिन में एक बार जरूर कहिए। आपको बता दें कि केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले अक्टूबर के महीने में कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए थे। उन्हें इलाज के लिए अस्पातल में भी भर्ती करना पड़ा था। इसकी जानकारी उन्होंने खुद ट्वीट के जरिए दी थी।