महाराष्ट्र के पुलिसकर्मियों में तेजी से बढ़ती कोरोना संक्रमण के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ( CM Uddhav Thackeray ) ने बड़ा ऐलान किया है। उद्धव सरकार ( Uddhav Govt ) ने कोरोना की वजह से जान गंवाने वाले पुलिसकर्मियों के परिवारवालों को लेकर बड़ी घोषणा की है।
सीबीएसई की रद्द हुई एग्जाम को लेकर आई बड़ी खबर, बोर्ड ने तैयार किया नया प्लान, सुप्रीम कोर्ट ने भी दे डाली मंजूरी, जानें अब आगे क्या होगा? महाराष्ट्र के पुलिसकर्मियों में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच महाराष्ट्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। सरकार के नए फैसले के मुताबिक जिन पुलिसकर्मियों ने कोरोना से जंग के चलते अपनी जान गंवाई है, उनके परिवार आधिकारिक आवास में रह सकेंगे।
उद्धव सरकार ने ऐलान किया है कि मृतक पुलसकर्मियों के परिवार जिन आधिकारिक आवासों में अभी रह रहे हैं, वह यहां तब तक रह सकते हैं जब तक पुलिसकर्मी के रिटायरमेंट का समय नहीं आ जाता।
गृहमंत्री देशमुख ने कहा- घर की चिंता ना करें परिवार
प्रदेश के गृहमंत्री अनिल देशमुख के मुताबिक जिस किसी पुलिसवाले को सरकारी घर मिला है और कोरोना के चलते उनकी मौत हो जाती है तो ऐसे हालातों में उनका परिवार पुलिसकर्मी के रिटायरमेंट की अवधि तक उस घर में रह सकता है।
प्रदेश के गृहमंत्री अनिल देशमुख के मुताबिक जिस किसी पुलिसवाले को सरकारी घर मिला है और कोरोना के चलते उनकी मौत हो जाती है तो ऐसे हालातों में उनका परिवार पुलिसकर्मी के रिटायरमेंट की अवधि तक उस घर में रह सकता है।
देशमुख ने कहा कि, किसी भी पुलिसवाले के परिवार को छतों या घरों की परवाह करने की कोई जरूरत नहीं है। उनका परिवार रिटायरमेंट की डेट तक सरकारी घर में आराम से रह सकते हैं।
कांग्रेस पर बीजेपी का अब तक का सबसे बड़ा वार, PMNRF के पैसों को राजीव गांधी फाउंडेश में दान करने का लगाया आरोप महाराष्ट्र पुलिस के मुताबिक प्रदेश में अब तक पुलिसकर्मियों में पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 4516 है और कुल 56 पुलिसकर्मी अब तक अपनी जान गंवा चुके हैं।
ऐसे में उद्धव सरकार का ये फैसला निश्चित रूप से कोरोना से जंग लड़ रहे योद्धाओं और उनके परिवार वालों को बड़ी राहत देने वाला होगा। ऐसे में ना सिर्फ इन कोरोना योद्धाओं का उत्साह बढ़ेगा बल्कि इन्हें परिवार के रहने की चिंता का समाधान भी मिल जाएगा।