यही वजह है कि राज्य सरकारें कोरोना से निपटने के लिए कई कड़े कदम उठा रही हैं। इस बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ( Tirath Singh Rawat ) ने भारतीय रेलवे से खास अपील की है।
यह भी पढ़ेँः कोरोना के बढ़ते खतरे के बीच आई बड़ी खबर, इतने दिन में खत्म होने वाली वैक्सीन, स्वास्थ्य मंत्री ने जताई चिंता कोरोना वायरस के चलते बेकाबू हुए संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए जहां केंद्र सरकार तमाम बड़े कदम उठा रही है वहीं राज्य सरकारें भी अपने-अपने स्तर पर पाबंदियां और नियमों सख्ती कर रही है। इसी बीच उत्तराखंड से एक बड़ी खबर सामने आई है। प्रदेश की तीरथ सिंह रावत की सरकार ने इंडियन रेलवे से विशेष आग्रह किया है।
इन दिनों में न चलाई जाएं ट्रेनें
प्रदेश की रावत सरकार ने भारतीय रेलवे से जो आवेदन किया है उसके मुताबिक 11 से 14 अप्रैल तक उत्तराखंड के लिए ट्रेन न चलाने की अपील है।
प्रदेश की रावत सरकार ने भारतीय रेलवे से जो आवेदन किया है उसके मुताबिक 11 से 14 अप्रैल तक उत्तराखंड के लिए ट्रेन न चलाने की अपील है।
इस वजह से की अपील
प्रदेश सरकार ने बेकाबू होते कोरोना संक्रमण और महाकुंभ को लेकर यह आग्रह किया है। फिलहाल दिल्ली से उत्तराखंड के हरिद्वार के लिए कुल 21 ट्रेनें चल रही हैं। इनसे बड़ी तादाद में लोग प्रदेश में प्रवेश कर रहे हैं।
प्रदेश सरकार ने बेकाबू होते कोरोना संक्रमण और महाकुंभ को लेकर यह आग्रह किया है। फिलहाल दिल्ली से उत्तराखंड के हरिद्वार के लिए कुल 21 ट्रेनें चल रही हैं। इनसे बड़ी तादाद में लोग प्रदेश में प्रवेश कर रहे हैं।
रेलवे उठा चुका ये कदम
आपको बता दें कि इससे पहले भारतीय रेलवे कुंभ की वजह से 11 से 14 अप्रैल तक हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर सभी ट्रेनों के स्टॉपेज को रद्द करने का ऐलान कर चुका है।
आपको बता दें कि इससे पहले भारतीय रेलवे कुंभ की वजह से 11 से 14 अप्रैल तक हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर सभी ट्रेनों के स्टॉपेज को रद्द करने का ऐलान कर चुका है।
इसलिए अहम हैं ये दिन
आपको बता दें कि 11 से 14 अप्रैल के बीच ही तीरथ सिंह रावत ने ट्रेन न चलाने की अपील इसलिए की है क्योंकि 12 से 14 अप्रैल के बीच कुंभ में शाही स्नान का आयोजन किया जाएगा।
आपको बता दें कि 11 से 14 अप्रैल के बीच ही तीरथ सिंह रावत ने ट्रेन न चलाने की अपील इसलिए की है क्योंकि 12 से 14 अप्रैल के बीच कुंभ में शाही स्नान का आयोजन किया जाएगा।
कुंभ का पहला शाही स्नान 11 मार्च को हो चुका है, जबकि दूसरा शाही स्नान 12 अप्रैल को चैत्र अमावस्या और सोमवती अमावस्या के दिन होगा। यही वजह है कि बड़ी संख्या में लोगों के कुंभ में शामिल होने से कोरोना संक्रमण के फैलाव का खतरा बढ़ सकता है।
यह भी पढ़ेँः कोरोना संकट के बीच कोर्ट ने जारी किया बड़ा आदेश, अब यहां पर अकेले शख्स को भी पहनना होगा मास्क 14 अप्रैल को मेष संक्रांति पर शाही स्नान होगा। महाकुंभ की हिंदुओं में गहरी आस्था है। इसी को लेकर शाही स्नान के मौके पर भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। लिहाजा तीरथ सरकार नहीं चाहती है कि कुंभ के चलते प्रदेश में कोरोना की स्थिति बेकाबू हो।
पहले कर चुके लोगों को आमंत्रित
रेलवे से अपील से पहले मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत हरिद्वार में चल रहे कुंभ को लेकर लोगों को आने की अपील भी कर चुके हैं। मंगलवार को सीएम तीरथ सिंह रावत ने अपने हरिद्वार महाकुंभ दौरे के दौरान कहा कि यह महाकुंभ भव्य और दिव्य होगा।
रेलवे से अपील से पहले मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत हरिद्वार में चल रहे कुंभ को लेकर लोगों को आने की अपील भी कर चुके हैं। मंगलवार को सीएम तीरथ सिंह रावत ने अपने हरिद्वार महाकुंभ दौरे के दौरान कहा कि यह महाकुंभ भव्य और दिव्य होगा।
इस महाकुंभ के लिए देश और दुनिया की श्रद्धालु खुले दिल से आमंत्रित हैं। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि कोरोना गाइडलाइन को फॉलो करते हुए श्रद्धालु महाकुंभ में स्नान कर सकते हैं।