केजरीवाल का ऐलान: दिल्ली के बुजुर्गों को मुफ्त में अध्योया के राम मंदिर के दर्शन होंगे
Highlights
कहा, मंदिर जब भी बनकर तैयार होगा वह दिल्ली के बुजुर्गों को फ्री में कराएंगे दर्शन।
केजरीवाल ने कहा, रामराज्य की संकल्पना से प्रेरित होकर 10 सिद्धांतों का पालन कर रहे हैं।
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा में LG के अभिभाषण पर चर्चा को लेकर सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह दिल्ली में रामराज्य की अवधारणा लागू करने की कोशिश में हैं। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अयोध्या में एक भव्य राम मंदिर तैयार होने जा रहा है। यह मंदिर जब भी बनकर तैयार होगा वह दिल्ली के सभी बुजुर्गों को फ्री में अयोध्या में राम मंदिर दर्शन कराने लेकर जाने वाले हैं।
तीरथ सिंह रावत होंगे उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री, विधायक दल की बैठक में लगी मुहर केजरीवाल ने कहा कि वे भगवान राम और हनुमान के भक्त हैं। हम जनता की सेवा के लिए रामराज्य की संकल्पना से प्रेरित होकर 10 सिद्धांतों का पालन कर रहे हैं। वे जिन सिद्धांतों का पालन कर रहे हैं। उनमें खाद्य पदार्थ मुहैया कराना, चिकित्सा देखभाल, महिला सुरक्षा, बुजुर्गों को सम्मान देना आदि हैं।
दिल्ली के सीएम केजरीवाल के अनुसार रामराज्य के रास्ते पर चलकर एक सार्थक कोशिश कर सकें तो हमारा जीवन धन्य होगा। राम राज्य की उसी अवधारणा को दिल्ली में साफ-सुथरी नीयत से लागू करने को लेकर पिछले छह साल से हम प्रयासरत हैं। इसके लिए हमने 10 मुख्य बिंदु बनाए हैं।
राम राज्य से प्रेरणा लेकर सीएम ने दिल्ली के लिए 10 सिद्धांत बनाए- 1. कोई भूखा ना सोए 2. बच्चों को अच्छी शिक्षा 3. सभी को बेहतर इलाज मिले। 4. 24 घंटे मुफ्त बिजली 5. मुफ्त पानी सभी को मुहैया कराएं। 6. सभी को मिले रोजगार 7. बेघरों को मकान मिले 8. महिलाओं को सुरक्षा बढ़ें। 9. बुजर्गों को पूरा सम्मान मिले। 10. सभी को समान अधिकार
उन्होंने कहा कि दिल्ली में बीते छह वर्ष में शिक्षा के क्षेत्र में किए काम को क्रांति के रूप में देखा जा रहा है। बीते 70 वर्ष में दोनों राजनीतिक पार्टियों ने मिलकर षड्यंत्र कर इस देश के बच्चों को अनपढ़ रखा। देश के लोगों को गरीब रखा।
दिल्ली में पिछले 5-6 सालों में शिक्षा क्षेत्र में बेहतरीन काम हुए हैं। उसे क्रांति के रूप में देखा जा रहा है। अब गरीबों के बच्चे भी फर्राटेदार अंग्रेजी बोल रहे हैं। वे इंजीनियर और डॉक्टर बन रहे हैं। सरकारी स्कूल के बच्चे अमीरों के बच्चों से बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं।