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… तो इसलिए हुआ पटना NMCH सुप्रीटेंडेंट का तबादला, जानिए पूरा सच

 

बिहार में Corona explosion के बीच Nitish Government की तैयारियों को लेकर मचा बवाल।
Health Minister Mangal Pandey सच स्वीकार करने को तैयार नहीं।
Tejashwi Yadav ने पूछा – सरकार बताए पहले कोरोना मरीजों का उपचार होगा या चुनाव।

Jul 22, 2020 / 08:34 pm

Dhirendra

Health Minister Mangal Pandey सच स्वीकार करने को तैयार नहीं।

नई दिल्ली। पिछले कुछ दिनों से बिहार में कोरोना विस्फोट ( Corona explosion in Bihar ) का सिलसिला जारी है। दूसरी तरफ कोरोना के खिलाफ नीतीश कुमार ( Nitish Kumar ) सरकार की तैयारी जीरो है। विपक्षी दलों के नेताओं की मानें तो नीतीश कुमार ने लोगों की जान को संकट में डालकर केवल चुनावी तैयारी की है। विपक्षी दलों के नेता खुले तौर पर इस बात को स्वीकार करते हैं कि इस बार वो चुनाव प्रचार में कहीं नहीं हैं। ऐसा इसलिए कि उन्हें कोरोना मरीजों की चिंता है।
इस बीच कोविद- 19 ( Covid-19 ) समर्पित पटना नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल ( NMCH Patna ) सुर्खियों में है। ऐसा इसलिए कि सच बोलना एनएमसीएच के अधीक्षक निर्मल कुमार सिन्हा ( Superintendent of NMCH Nirmal Kumar Sinha ) को महंगा पड़ गया। उनके सच से नाराज बिहार सरकार ( Bihar Government ) ने 48 घंटे के अदंर उनका तबादला कर दिया।
बदहाल NMCH Patna

दरअसल, 19 जुलाई को वरिष्ठ अधिकारी लव अग्रवाल के नेतृत्व में कोरोना की तैयारियों का जायजा लेने केंद्रीय टीम ( Central Team ) पटना पहुंची तो उसके पांव के नीचे से जमीन खिसक गई। NMCH बिहार का कोरोना डेडिकेटेड अस्पताल है। इस लिहाज से यहां मरीजों के लिए चाक चौबंद इंतजाम की उम्मीद की जा रही थी, लेकिन केंद्रीय टीम के सामने अस्पताल की तस्वीर काफी भयावह सामने आई है।
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यहां पर न मरीजों को बेड मिल पा रहा है, न ही यहां आसानी से उनकी भर्ती हो रही हैं। अंजलि नाम की एक महिला ने बताया कि उनके पति कोविद-19 ( Covid-19 ) के मरीज हैं। दानापुर से रेफर होकर उन्हें एंबुलेंस से एनएमसीएच लाया गया लेकिन यहां न तो एंबुलेंस में ऑक्सीजन है और न यहां बेड मिल रहा है।
मामला यहीं तक सीमित नहीं है। पटना एनएमसीएच में भर्ती बीजेपी के एमएलसी सुनील कुमार सिंह और नीतीश सरकार में कद्दावर मंत्री के पीए की मौत भी एनएमसीएच में व्याप्त कुव्यवस्था की वजह होने की सूचना है।
यहां भर्ती होने वाले मरीज बताते हैं कि यहां पर डॉक्टरों के पास तक पीपीई किट ( PPE Kit ) नहीं है। यहां डॉक्टर खुद सुरक्षित नहीं हैं।

इसके बावजूद बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ( Health Minister Mangal Pandey ) का कहना है कि कोरोना लेकर हमारी तैयारी चाक चौबंद है। वो कोरोना को लेकर भयावह स्थिति की बात स्वीकार करने तक को तैयार नहीं हैं। विश्वास के साथ मीडिया को जवाब देते हैं कि सबकुछ चाक चौबंद है।
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ये है एनएमसीएच सच

बताया जा रहा है कि पटना एनएमसीएच में व्याप्त कुव्यवस्था की वजह से अधीक्षक का तबादल कर दिया गया। लेकिन सच यह नहीं है। सच यह है कि अस्पताल अधीक्षक ने लव अग्रवाल के सामने के अस्पताल की कमियों को पूरी तरह से उजागर कर दिया। लव अग्रवाल के नेतृत्व में पहुंची केंद्रीय टीम ने जब उनसे अस्पताल में व्याप्त कुव्यवस्था के बारे में पूछा तो उन्होंने मूल वजह उनके सामने रख दी। यही बात चुनावी तैयारी में मशगूल नीतीश सरकार ( Nitish Government ) को अच्छी नहीं लगी।
सरकार बताए – पहले चुनाव या Corona का उपचार

दूसरी तरफ बीजेपी एमएलसी सुनील कुमार सिंह की कोरोना संक्रमण से मौत के बाद आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ( RJD Leader Tejashwi Yadav ) ने जेडीयू-बीजेपी-एलजेपी गठबंधन सरकार पर हमला बोल दिया है। तेजस्वी यादव ने बिहार सरकार से पूछा है कि क्या अब भी बिहार में विधानसभा चुनाव ( Bihar Assembly Election ) होनी चाहिए? बिहार सरकार पहले इस बात का जवाब दे कि उसकी प्राथमिकता में पहले लोगों की जान को बचाना है या विधानसभा चुनाव। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने एनएमसीएच ( NMCH ) के अधीक्षक को हटाये जाने पर भी सरकार पर सवाल खड़े किए हैं।
बचपना छोड़िए मंगल पांडे जी

तेजस्वी ने ट्वीट कर कहा कि मीटिंग के बीच टिकटॉक देखना, स्कोर पूछना और हमारा ट्वीट कॉपी-पेस्ट करने जैसा बचपना छोड़ गंभीर बनिए स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ( Health Minister Mangal Pandey ) । केंद्रीय टीम ने CM और आपको आइना दिखाया है।
अगर केंद्रीय टीम ( Central Team ) ने सरकार को इतना ही सराहा तो उनके जाते ही NMCH के अधीक्षक को आपने क्यों हटा दिया? महाराज आप ख़ुद ही फंस जाते हैं।

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जिंदगी से खिलवाड़ न करे सरकार

मंगलवर को भी आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ( RJD leader Tejashwi Yadav ) ने आरोप लगाया था कि राज्य में सरकार आमलोंगों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रही है। बिना सैम्पल लिए जांच रिपोर्ट आ जाती है जिसका सैम्पल लिया जाता है, उसकी रिपोर्ट आने में कई दिन तक लग जा रहे हैं। कई बार मरीज के मरने के बाद रिपोर्ट आती है। आखिर यह कैसी स्थिति है?
ग्लोबल हॉटस्पॉट न बन जाएगा बिहार

बकौल, तेजस्वी यादव विश्व स्वास्थ्य संगठन ( WHO ) ने भी आशंका जताई है कि बिहार स्वास्थ्य व्यवस्था की भारी कमी के कारण कोरोना का राष्ट्रीय हॉटस्पॉट बन सकता है। लेकिन हमें तो डर सता रहा है कि कहीं यह ग्लोबल हॉटस्पॉट ( Global Hotspot ) ना बन जाए। जब तक बड़ी संख्या में जांच नहीं होगी संक्रमण की भयावहता का सही अंदाज़ा कैसे लगेगा?
48 घंटे बाद कर दिया अधीक्षक का तबादला

बता दें कि बिहार में कोरोना वायरस विस्फोट के बाद 19 जुलाई को स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल के नेतृत्व में विशेषज्ञों की एक टीम पटना NMCH पहुंची थी। केंद्रीय टीम ने एनएमसीएच में पूरे हालात का जायजा लिया था। इस दौरान टीम ने अस्पताल के वरिष्ठ अधिकारियों से बातकर स्वास्थ्य इंतजामों का फीडबैक लिया था।
बाद में केंद्र की टीम ने बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे से भी मुलाकात की थी। इसके 48 घंटे बाद ही NMCH के अधीक्षक का तबादला कर दिया गया।

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