सुलह की तमाम कोशिशों के बाद अब यह तय हो गया है कि तेजप्रताप और ऐश्वर्या के बीच तलाक के मामले पर कोर्ट में सुनवाई शुरू होगी। दरअसल इस संबंध में पटना सिविल कोर्ट ने ऐश्वर्या की ओर से दिए गए घरेलू हिंसा संबंध आवेदन पर प्रोटेक्शन अधिकारी से रिपोर्ट मांगी है।
लंबे समय से राजद सुप्रीमो के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव और ऐश्वर्या के बीच सुलह की कोशिशें करवाई जा रही हैं। रांची के रिम्स में भर्ती लालू प्रसाद यादव ने खुद इस मामले को लेकर तेजप्रताप को मनाने की कोशिश की, लेकिन लंबी बहस के बाद भी तेजप्रताप अपने रुख पर अड़े हैं।
वहीं दूसरी तरफ उनकी पत्नी ऐश्वर्या भी उनके अलग होने के लिए अपने तर्क पर अड़ी हुई हैं। यही वजह है कि अब दोनों के बीच सुलह की तमाम कोशिशें अब खत्म हो गई हैं।
दो घंटे चली काउंसलर की कोशिश नाकाम
सिविल कोर्ट परिसर में दिल्ली उच्च न्यायालय के अधिवक्ता मालविका राजकोरिया और अमित खेमका पहुंचे। मालविका जहां ऐश्वर्या की अधिवक्ता हैं। वहीं खेमका दिल्ली से तेजप्रताप के पक्ष में बहस करते रहे हैं।
गुरुवार को एक बार फिर तेज प्रताप और ऐश्वर्या राय के बीच सुलह कराने के लिए काउंसलर ने दो घंटे तक कोशिश की।
सिविल कोर्ट परिसर में दिल्ली उच्च न्यायालय के अधिवक्ता मालविका राजकोरिया और अमित खेमका पहुंचे। मालविका जहां ऐश्वर्या की अधिवक्ता हैं। वहीं खेमका दिल्ली से तेजप्रताप के पक्ष में बहस करते रहे हैं।
गुरुवार को एक बार फिर तेज प्रताप और ऐश्वर्या राय के बीच सुलह कराने के लिए काउंसलर ने दो घंटे तक कोशिश की।
लेकिन दो घंटे की कोशिशों के बाद भी तेज और ऐश्वर्या अपने रुख पर अड़े रहे।
पटना सिविल कोर्ट में ऐश्वर्या के साथ उनके विधायक पिता चन्द्रिका राय और मां भी पहुंचे थे। जबकि तेज प्रताप वकील के साथ अकेले आए।
पटना सिविल कोर्ट में ऐश्वर्या के साथ उनके विधायक पिता चन्द्रिका राय और मां भी पहुंचे थे। जबकि तेज प्रताप वकील के साथ अकेले आए।
शादी के पांच महीने बाद तलाक का आवेदन
आपको बता दें कि तेज और ऐश्वर्या का विवाह 12 मई 2018 को हुआ था। लेकिन शादी के ठीक 5 महीने बाद 1 नवंबर 2018 को ऐश्वर्या ने तेज से अलग होने के लिए तलाक का आवेदन दे डाला।
आपको बता दें कि तेज और ऐश्वर्या का विवाह 12 मई 2018 को हुआ था। लेकिन शादी के ठीक 5 महीने बाद 1 नवंबर 2018 को ऐश्वर्या ने तेज से अलग होने के लिए तलाक का आवेदन दे डाला।