35 मील समुद्र में फंसे थे
भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) की ओर से ट्वीट कर मछुआरों के बारे में बताया है। आईसीजी ने ट्वीट में लिखा कि भारतीय मछुआरों की जीसस नाम की नाव कोच्चि से 35 समुद्री मील की दूरी पर फंसी हुई थी। आईसीजी के पोत आर्यमान ने उस नौका तथा उस पर फंसे 12 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया। उफनते समुद्र के बीच से इन्हें 16 मई की रात को कोच्चि लाया गया। नौका सवार सभी लोग सुरक्षित और स्वस्थ हैं।
बीच समंदर फंसे 9 लोगों को बचाया
नेवी और कोस्ट गार्ड मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहे है। दोनों ने समुद्र में बीच में फंसे 9 लोगों को बचाया है। ये लोग कर्नाटक के पास मल्की चट्टान पर फंसे हुए थे। एक रिपोर्ट के अनुसार, यह सभी एक टगबोट ‘कोरोमंडल सरेंडर IX’ के क्रू मेंबर्स थे। इनकी बोट मंगलोर तट पर मल्की चट्टान पर फंस गई थी। 5 लोगों को कोस्ट गार्ड के वराह जहाज ने रेस्क्यू किया और चार नेवी के IN702 हेलीकॉप्टर ने बचा गया।
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210 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलाने का अनुमान
चक्रवाती तूफान को लेकर मौसम विभाग ने कहा कि यह तूफान सोमवार तड़के से विकराल रूप धारण कर लिया है। विभाग ने पहले इसके विकराल रूप लेने का कोई अनुमान नहीं लगाया था। इसके कारण अब 180-190 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। जिसके 210 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने का अनुमान है। आईएमडी ने हालांकि कहा कि गुजरात तट पर पहुंचने पर तूफान की विकरालता कम होगी।