अधिकारियों ने बताया कि ये ड्रोन गुरुवार रात करीब साढ़े आठ बजे बारी-ब्राह्मण, चिलाद्या और गगवाल इलाकों में एक ही समय पर देखे गए। हालांकि सुरक्षाबलों की ओर से फायरिंग के बाद ये ड्रोन गायब हो गए।
यह भी पढ़ेंः चीन को पूर्वी मोर्च पर मुंहतोड़ जवाब देगा भारत, तैनात किए रफाल लड़ाकू विमान पाकिस्तान की ओर से आए ये ड्रोन ऐसे समय पर देखे गए हैं जब करीब एक सप्ताह पहले पुलिस ने सीमावर्ती कनचक इलाके में पांच किलोग्राम आईईडी सामग्री ले जा रहे एक पाकिस्तानी ड्रोन को मार गिराया था।
अधिकारियों के मुताबिक सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने पाकिस्तान से आए चिलाद्या इलाके में एक ड्रोन पर गोलियां भी बरसाईं, गोलियों की आवाज सुनकर ये ड्रोन पाकिस्तान की ओर लौट गया। वहीं अन्य दो ड्रोन बारी ब्राह्मणा और गगवाल में जम्मू-पठानकोट राजमार्ग पर संवेदनशील सुरक्षा प्रतिष्ठानों पर मंडराने के तुरंत बाद आसमान से गायब हो गए।
वहीं पुलिस अन्य सुरक्षा बलों के साथ घटनास्थल पर गहन तलाशी में जुटी है। बता दें कि जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 23 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय सीम के पास जम्मू के कनाचक इलाके में एक ड्रोन गिराया था। यह ड्रोन पाकिस्तान से भारत की सीमा में आया था।
जिस ड्रोन को जवानों मार गिराया था उसमें छह पहिए भी लगे हुए थे। इसके साथ ही ड्रोन में जीपीएस और उड़ान को कंट्रोल करने वाले उपकरण भी लगाए गए थे। यह भी पढ़ेंः Jammu Kashmir: बांदीपोरा के संबलर में सुरक्षाबलों को सफलता, एनकाउंटर में मार गिराए दो आतंकी
15 अगस्त से पहले हमले की तैयारी
हाल में सुरक्षा एजेंसियों ने दावा किया था कि 15 अगस्त से पहले पाकिस्तान और पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन जम्मू में हमले की साजिश रच रहे हैं। किसी भीड़भाड़ वाले इलाके या किसी धार्मिक स्थल को निशाना बनाना चाहते हैं।
15 अगस्त से पहले हमले की तैयारी
हाल में सुरक्षा एजेंसियों ने दावा किया था कि 15 अगस्त से पहले पाकिस्तान और पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन जम्मू में हमले की साजिश रच रहे हैं। किसी भीड़भाड़ वाले इलाके या किसी धार्मिक स्थल को निशाना बनाना चाहते हैं।
बता दें कि बीते एक महीने में घाटी में लगातार संदिग्ध ड्रोन दिखाई दे रहे हैं। बीते महीने जम्मू एयरफोर्स स्टेशन के पास ड्रोन से विस्फोट होने के बाद इनमें तेजी से इजाफा हुआ है। इस हमले में भी पाकिस्तानी आतंकी संगठनों का हाथ बताया गया था।