मुख्य निर्वाचन आयुक्त के नाम का चयन आमतौर पर वरिष्ठता के आधार पर लिया जाता है। सबसे वरिष्ठ आयुक्त को मुख्य निर्वाचन आयुक्त नियुक्त करने की परंपरा है। यही वजह है कि इस परंपरा के अनुरूप सरकार ने ‘निर्वाचन सदन’ में शीर्ष पद के लिए सुशील चंद्रा के नाम को मंजूरी दे दी है।
ऐलान के तुरंत बाद यानी 13 अप्रैल को सुशील चंद्रा अपना पदभार संभाल लेंगे। फिलहाल निवर्तमान सीईसी सुनील अरोड़ा यह जिम्मेदारी निभा रहे हैं। 2019 में बने चुनाव आयुक्त
सुशील चंद्रा की बतौर चुनाव आयुक्त नियुक्ति 14 फरवरी 2019 को की गई थी। वे 14 मई 2022 तक इस पद पर बने रहेंगे। निर्वाचन आयोग में कार्यभार संभालने से पूर्व चंद्रा केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के अध्यक्ष रह चुके हैं।
रुड़की यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने वाले सुशील चंद्रा ने देहरादून के डीएवी कॉलेज से कानून की तालिम हासिल की। एलएलबी करने के साथ ही अंतरराष्ट्रीय टैक्सेशन में उनकी पकड़ काफी मजबूत रही। आपको बता दें कि सुशील चंद्रा 1980 बैच के आईआरएस ऑफिसर हैं।
आपको बता दें कि बता दें सुशील चंद्रा के मुख्य निर्वाचन आयुक्त बनने के बाद उन पर जो सबसे बड़ी जिम्मेदारी होगी, वो होगी अगले वर्ष यानी 2022 में होने वाले विभिन्न राज्यों के विधानसभा चुनावों को आयोजित करवाना।