लोकतंत्र का होगा नुकसान बता दें कि चीफ जस्टिस की पीठ इस मुद्दे पर दायर याचिका पहले ही खारिज कर चुकी है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि अगर इस मामले में दखल दिया तो लोकतंत्र को नुकसान होगा।
लोकसभा चुनावः इन पांच बड़े मुद्दों ने मोदी को दोबारा पहुंचाया जीत की दहलीज पर CJI ने याची की मंशा पर उठाए थे सवाल बता दें कि लोकसभा चुनाव के बीच सात मई को सुप्रीम कोर्ट में ईवीएम और वीवीपैट की पर्चियों के मिलान को लेकर सुनवाई हुई थी। पिछली सुनवाई में भी विपक्ष की ओर से दाखिल याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया था। विपक्ष की मांग थी कि 50 फीसदी वीवीपैट पर्चियों की ईवीएम से मिलान का आदेश चुनाव आयोग को दिया जाए। याचिका को खारिज करते हुए चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा कि अदालत इस मामले को बार-बार क्यों सुने? सीजेआई ने इस मामले में विपक्षी दलों की मंशा पर भी सवाल उठाए थे।