विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों को परीक्षा देने के लिए ऑनलाइन-ऑफलाइन दोनों विकल्प दिए जाएंगे। जहां ऑनलाइन परीक्षा के लिए छात्रों को अपने घर से पेपर लिखना होगा, वहीं ऑफलाइन परीक्षा के लिए उन्हें निर्धारित परीक्षा केंद्रों पर उपस्थित होना होगा।
परीक्षा देने के लिए माध्यम चुनने का आवेदन पत्र विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध करा दिया गया है। छात्र अपनी लॉगिन आईडी के माध्यम से इसे हासिल कर सकते हैं और 13 सितंबर तक अपनी पसंद भरकर जमा कर सकते हैं।
अंतिम वर्ष की परीक्षा आयोजित करने का एसपीपीयू का फैसला भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा बीते 28 अगस्त को एक आदेश जारी करने के बाद आया है। इस आदेश में कहा गया था कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के दिशानिर्देशों के अनुसार देश भर के विश्वविद्यालयों-कॉलेजों में अंतिम वर्ष की परीक्षाएं आयोजित की जानी चाहिए।
संभावना जताई जा रही है कि इस परीक्षा में बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQ) पूछे जा सकते हैं और छात्रों को पेपर खत्म करने के लिए एक घंटे का वक्त मिलेगा। परीक्षा के कुल अंक 50 के आसपास होने की संभावना है। विश्वविद्यालय ऑनलाइन मोड में 15 से 25 सितंबर के बीच प्रैक्टिकल एग्जाम आयोजित करेगा।
यूनिवर्सिटी के मुताबिक छात्र परीक्षा से कुछ दिन पहले मॉक एग्जाम दे सकेंगे। यह मॉक टेस्ट यह सुनिश्चित करने के लिए होंगे कि ऑनलाइन परीक्षा बिना किसी अड़चन के आयोजित की जा सकती है या नहीं। इसके साथ ही विश्वविद्याल प्रश्नपत्र के पैटर्न को भी आज़मा सकते हैं।
सावित्रीबाई फूले विश्वविद्यालय के परीक्षा बोर्ड और मूल्यांकन निदेशक महेश काकड़े ने कहा कि अंतिम वर्ष की प्रायोगिक/मौखिक परीक्षा गूगल मीट, माइक्रोसॉफ्ट टीम्स, ज़ूम, वीबेक्स, टेलीफोन, सहित अन्य माध्यम से आयोजित की जाएंगी। कॉलेजों को इन परीक्षाओं की रिकॉर्डिंग रखने के लिए कहा गया है।
परीक्षा समाप्त होने के बाद कॉलेजों को प्रत्येक छात्र के अंक 5 अक्टूबर तक विश्वविद्यालय के आंतरिक अंक वेब पोर्टल में अपलोड करने होंगे। वहीं, अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए बैक पेपर 1 से 9 अक्टूबर तक आयोजित किए जाएंगे।