उल्लेखनीय है कि काफी समय से कांग्रेस में विद्रोह के स्वर उठ रहे हैं और विभिन्न नेता पार्टी में आमूलचूल परिवर्तन की मांग कर रहे हैं। इन नेताओं को G-23 समूह के नाम से भी जाना जाता है। अब इस ग्रुप के कुछ बड़े नेताओं को भी पार्टी में महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्त किया जा सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पार्टी में चार कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किए जा सकते हैं जो महत्वपूर्ण मुद्दों पर निर्णय लेने में सोनिया गांधी और राहुल गांधी की मदद करेंगे। इन पदों के लिए गुलाम नबी आजाद, सचिन पायलट, रमेश चेन्नीथला, कुमारी शैलजा जैसे नेताओं के नामों पर विचार किया जा रहा है। इनमें भी गुलाम नबी आजाद को जी-23 समूह का नेता माना जाता है जबकि सचिन पायलट ने कुछ समय पूर्व ही राजस्थान में विद्रोह किया था।
फिलहाल प्रियंका गांधी की भूमिका के बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आ पाई है परन्तु माना जा रहा है कि वे पर्दे के पीछे रहकर पार्टी में अपना प्रभाव बनाए रखेंगी। इस संबंध में यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि पिछले कुछ समय से विभिन्न राजनैतिक पार्टियों के लिए चुनाव प्रचार की कमान संभालने वाले प्रशांत किशोर भी गांधी परिवार के सदस्यों के साथ लगातार कई मीटिंग्स कर चुके हैं। हालांकि इन मीटिंग्स का विवरण सामने नहीं आया है परन्तु बहुत संभव है कि पार्टी की रूपरेखा और चेहरा बदलने के लिए ही हाईकमान इन प्रयासों में जुटा हुआ हो।