थरूर ने खोला राहुल गांधी का राज थरूर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को हमेशा यह सोचती है कि हर किसी की आस्था एक निजी सोच, विचार और भरोसे की मानक है, जिसे किसी दिखावे की जरूरत नहीं है। लेकिन, उनकी पार्टी के विवेक का भाजपा ने इस्तेमाल किया और उसे सच्चे हिंदू और नास्तिक धर्मनिरपेक्ष की लड़ाई में बदल दिया, जिसके बाद ये जरूरी हो गया कि जो हम कर रहे हैं वो सामने भी आए। वहीं, एक सवाल के जवाब में थरूर ने कहा कि चुनाव के दौरान अगर कोई मंदिर-मस्जिद जाता है तो इसे इसे स्वार्थी अवसरवादी के तौर पर देखना गलत है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को पता है कि वो कब और क्या कर रहे हैं।
थरूर ने बताया क्यों राहुल गांधी जाते हैं मंदिर कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि राहुल गांधी हिंदूत्व, बौद्ध विपासना और हिंदू विपासना के बारे में बखूबी जानते हैं, इसलिए उनकी भक्ति पर सवाल उठाकर लोग खुद से परिहास कर रहे हैं। थरूर ने कहा कि जिस मंदिर दर्शन के दौरान राहुल गांधी की तस्वीरें खींची गई, उससे पहले आध्यात्म को लेकर मेरी उनसे बातचीत हुई थी। वह बहुत विचारशील, धर्म और अध्यात्म के मसले पर सबसे ज्यादा पढ़े जाने वाले भारतीय नेता हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को इस बात का एहसास ही नहीं है कि उनके पास इतना विचारशील आध्यात्मिक व्यक्ति है, जिसे धर्म का अर्थ बखूबी पता है।