डेटिंग साइट के जरिए हुई थी दोनों की मुलाकात पुलिस के मुताबिक, आरोपी निखिल कांडा और शैलजा के बीच एक डेटिंग साइट के जरिए हुई थी। पुलिस की छानबीन में पता चला है कि आरोपी ने फेसबुक पर कई पेज बनाने के साथ डेटिंग साइट ‘क्वाक-क्वाक’ पर कई फर्जी प्रोफाइल भी बनाए थे। इसी के जरिए दोनों के बीच दोस्ती हुई थी। पुलिस के अनुसार, हत्या करने के बाद हांडा ने अपनी पटेलनगर में रहने वाली जिस कथित गर्लफ्रेंड को कॉल कर सबसे पहले इसकी सूचना दी थी, वह भी उससे इस डेटिंग साइट के माध्यम से ही संपर्क में आई थी। शुरुआत में निखिल ने इस युवती को अपने बारे में कुछ नहीं बताया था, लेकिन समय के साथ उसने उसे अपनी असली पहचान बता दी थी। जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि निखिल की कुछ और गर्लफ्रेंड भी हैं।
दूसरी गर्लफ्रेंड से की गई पूछताछ पुलिस सूत्रों के मुताबिक पूछताछ के दौरान निखिल की कथित गर्लफ्रेंड ने बताया है कि दो साल पूर्व उसकी और निखिल की डेटिंग साइट पर चैटिंग के जरिये बातचीत होनी शुरू हुई थी। निखिल की गर्लफ्रेंड ने पुलिस से कहा कि वह कभी भी शैलजा से नहीं मिली थी। वहीं, वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जरूरत पड़ने पर महिला को दोबारा बुलाया जा सकता है।
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि निखिल हांडा की पत्नी को शायद पति की रंगीनमिजाजी के बारे में पता था। इसीलिए दंपती के रिश्ते तल्ख थे। सूत्रों का कहना है कि रंगीनमिजाजी के कारण ही मेजर निखिल हांडा दीमापुर, नगालैंड में अकेला रहता था। फिलहाल, पुलिस कई और तथ्यों के बारे जांच कर ही है और निखिल हांडा की सारी डिटेल्स तलाश रही है। कयास लगाया जा रहा है कि इस मामले में कई और बड़े खुलासे हो सकते हैं।