ववार मस्जिद में घुसने की कर रही थीं कोशिश
स्थानीय मीडिया की खबरों के मुताबिक सोमवार को भगवान अयप्पा की छह श्रद्धालु पल्लाकाड के इरुमेली स्थित ववार मस्जिद में प्रवेश करने का कोशिश कर रहे थे, जिसमें तीन महिलाएं भी शामिल थीं। मंगलवार को पुलिस ने बताया कि तमिलनाडु की तिरुपुर निवासी सुशीला देवी (35) और रेवती (39), तिरुनेल्वेली निवासी गांधीमती (51) को सोमवार को हिरासत में लिया गया। इन्हें पल्लाकाड के वंदीथावलम सुरक्षा नाके पर पहुंचने के बाद तीन अन्य पुरुष श्रद्धालुओं के साथ हिरासत में ले लिया। ये महिला श्रद्धालु भगवान अयप्पा मंदिर की तरह ववार मस्जिद में प्रवेश की इजाजत देने की मांग कर रही थीं।
पुलिस बोली- फैल सकता था सांप्रदायिक तनाव
पल्लाकाड पुलिस उपाधीक्षक जीडी विजयकुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने इन महिलाओं को हिरासत में लिया। दरअसल पुलिस को खुफिया सूचना मिली थी कि तमिलनाडु हिंदू मक्कल कांची की ववार मस्जिद में महिलाओं को भेजने की योजना है। ववार मस्जिद मामले को लेकर सांप्रदायिक तनाव फैलने की आशंका को देखते हुए तमिलनाडु से सटे पल्लाकाड की तमाम प्रवेश स्थलों पर तलाश अभियान तेज कर दिया गया था। पुलिस का ध्यान बंटाने के लिए महिला टीम ने वालयार सुरक्षा नाके के स्थान पर वंदीथावलम नाके को चुना। महिलाओं के इरुमेली पहुंचने की पूर्व सूचना पर पुलिस ने इलाके को चारों ओर से घेर लिया महिलाओं ने वे आधिकारिक तौर पर पुलिस सुरक्षा की मांग करेंगी ताकि वे ववार मस्जिद में प्रवेश कर सकें।
अयप्पा मंदिर से पहले वावर मस्जिद में भी झुकाते हैं सिर
वावर मस्जिद सबरीमला से करीब 60 किमी की दूरी पर स्थित है। अयप्पा मंदिर जाने के लिए पहाड़ी पर चढ़ने की शुरूआत करने से पहले यहां भी लोग दुआ करते हैं। कुछ श्रद्धालु मस्जिद की परिक्रमा करते हैं और परिसर में ही नारियल तोड़ते हैं।
दो जनवरी को महिलाओं ने किया मंदिर में प्रवेश
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने गत 28 सितंबर को अयप्पा मंदिर में सभी उम्र की महिलाओं को प्रवेश की इजाजत दे दी थी। इसके बावजूद भी तीन महीने तक महिलाएं मंदिर तक नहीं पहुंच सकीं। लेकिन दो जनवरी को 40 साल उम्र की दो महिलाओं ने कड़ी सुरक्षा में सबरीमला मंदिर में प्रार्थना और दर्शन किया।