इस मीटिंग में भाग लेने के लिए भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर छह अक्टूबर को जापान की दो दिवसीय यात्रा पर रवाना होंगे। इस यात्रा के दौरान वह मीटिंग के साथ ही जापान के विदेश मंत्री तोशिमित्सु मोतेगी से भी मिलेंगे और भारत-जापान के बीच द्विपक्षीय संबंधों को प्रगाढ़ करने के तरीकों पर भी चर्चा करेंगे।
क्वाड समूह चार लोकतांत्रिक देश भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया तथा अमरीका का एक समूह है जो मिलिट्री लॉजिस्टिक्स सपोर्ट, एक्सरसाईज तथा सूचना के माध्यम से आपसी सहयोग को बढ़ावा देता है। QUAD समूह की इस मीटिंग को लेकर चीन ने निशाना साधा है। संभावना जताई जा रही है कि इस मीटिंग के बाद विदेश मंत्रियों की एक बैठक के बाद नवंबर माह में भी एक और मीटिंग हो सकती है। हाल ही में 26 सितंबर को इन चारों देशों के विदेश मंत्री संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के दौरान भी मिले थे। ग्रुप के सदस्य देशों में कोरोना महामारी तथा इसके पीछे चीन की भूमिका पर भी चर्चा हो सकती है। इस मीटिंग में 5G टेक्नोलॉजी, साइबर सिक्योरिटी, समुद्री सुरक्षा तथा आतंकवाद निरोधी अभियानों को लेकर भी चर्चा की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि अमरीका पहले से ही कोरोना को लेकर चीन पर आरोप लगा रहा है कि इस बीमारी पर विश्व को अंधेरे में रखा। इसके अलावा भारत के साथ चीन का सीमा पर तनाव चल रहा है। जापान के साथ भी चीन समुद्री सीमा को लेकर आक्रामकता दिखा रहा है और समुद्र में कृत्रिम द्वीपों का निर्माण कर अपनी सीमा बढ़ाने के प्रयासों में लगा हुआ है। इसी तरह ऑस्ट्रेलिया के विरूद्ध भी चीन ने एकतरफा कदम उठाए हैं जिनसे वहां की सरकार तथा नागरिक नाराज है।