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वर्ष 2021 के लिए ट्रस्टीज बोर्ड ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया
दरअसल, माना जा रहा था कि कोरोना महामारी के चलते प्रोविडेंट फंड की ब्याज दरों में कटौती की जा सकती है। श्रम व रोजगार मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में बताया गया कि वर्ष 2021 के लिए ट्रस्टीज बोर्ड ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण ईपीएफओ द्वारा लोन और शेयर्स से आय प्राप्त करना है। यही वजह है कि वो अपने सब्सक्राइबर्स को अधिक रिर्टन दे पा रहा है। आपको बता दें कि पीएफ पर ब्याज दरें पहले से ही सात साल के निचले स्तर पर बनी हुई हैं, ऐसे में अगर ब्याज दरों में कटौती होती तो इससे खाताधारकों को काफी नुकसान होने वाला था।
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कोरोना काल के चलते लोगों ने भारी तदाद में प्रोविडेंड फंड से एडवांस रकम ली
आपको बता दें कि कोरोना काल के चलते लोगों ने भारी तदाद में प्रोविडेंड फंड से एडवांस रकम ली है। वहीं, दूसरे और बड़ी संख्या में नौकरियां जाने से भी पीएफ में योगदान निचले स्तर पर पहुंच गया है। यही वजह है कि ईपीएफओ को पिछली दरों पर ब्याज देने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ईपीएफओ की ओर से जारी एक रिपोर्ट के अनुसार 31 दिसंबर 2020 तक कोरोना महामारी में चालू की गई एडवांस स्कीम के अंतर्गत लोगों को 14,310.21 करोड़ रुपए लौटाई है।