दरअसल हैदराबाद के लोग उस वक्त हैरान रह गए, जब उन्हें आसमान में सूरज के चारों ओर एक अद्भुत नजारा देखने को मिला। सूरज के चारों ओर एक गोल सतरंगी इंद्रधनुष दिखा, जिसे सन हालो ( Sun Halo ) के नाम से जाना जाता है।
यह भी पढ़ेँः रिपोर्टः सुरक्षित नहीं आपकी Maggi, खुद Nestle ने माना 60 फीसदी प्रोडक्ट अनहेल्दी हैदराबाद में बुधवार की दोपहर लोगों को आसमान में कुछ खास नजारा देखने को मिला। सूर्य के चारों ओर एक चमकीला ‘हेलो’ दिखाई देने लगा। स्थानीय लोगों ने आसमान में इंद्रधनुष के रंग की तरह दिखने वाले सतरंगी छल्ले के नजारे का लुत्फ उठाया।
सूर्य इंद्रधनुषी वलय से घिरा हुआ है, जिसमें लाल और नीला दोनों रंग प्रमुखता से प्रदर्शित होते हैं। कई लोगों ने अपने घरों से बाहर आकर सूरज की तस्वीरें ली हैं। कुछ उत्साही लोगों ने सेल्फी भी ली है, जिसमें सूरज पृष्ठभूमि में है।
‘सन हेलो’ एक प्रकाशीय घटना है, जो वायुमंडल में निलंबित बर्फ के कण के साथ प्रकाश के संपर्क में आने से उत्पन्न होती है। ऐसे बनती है ये स्थिति
जानकारों की मानें तो जब सूरज धरती से 22 डिग्री के ऐंगल पर होता है तो आसमान में सिरस क्लाउड ( ऐसे बादल जिनकी परत काफी पतली हो ) की वजह से यह रिंग बन जाती है। जब सूरज के आसपास नमी भरे बादल होते हैं तब यह घटना होती है।
जानकारों की मानें तो जब सूरज धरती से 22 डिग्री के ऐंगल पर होता है तो आसमान में सिरस क्लाउड ( ऐसे बादल जिनकी परत काफी पतली हो ) की वजह से यह रिंग बन जाती है। जब सूरज के आसपास नमी भरे बादल होते हैं तब यह घटना होती है।
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भारत में इस तरह के नजारे का दिखना काफी खास है। क्योंकि आमतौर पर ये नजारे ठंडे देशों में देखने को मिलते हैं। ऐसे में दक्षिण राज्यों में ये नजारा और भी चौंकाने वाला है। एक हफ्ते पहले भी बेंगलूरु में ऐसा नजारा देखने को मिला था। वहीं 26 अप्रैल को ऐसा नजारा झांसी में भी देखने को मिला था।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस तरह की घटना को लेकर पहले से भविष्यवाणी भी नहीं की जा सकती है।
भारत में इस तरह के नजारे का दिखना काफी खास है। क्योंकि आमतौर पर ये नजारे ठंडे देशों में देखने को मिलते हैं। ऐसे में दक्षिण राज्यों में ये नजारा और भी चौंकाने वाला है। एक हफ्ते पहले भी बेंगलूरु में ऐसा नजारा देखने को मिला था। वहीं 26 अप्रैल को ऐसा नजारा झांसी में भी देखने को मिला था।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस तरह की घटना को लेकर पहले से भविष्यवाणी भी नहीं की जा सकती है।