ऐसा प्रतिष्ठित सम्मान जिसे केवल ट्रंप द्वारा दिया जा सकता है, आमतौर पर दूसरे देश के प्रमुख या सरकार के प्रमुख को दिया जाता है। खास बात ये है कि किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री को यह सम्मान अमरीका की ओर से 30 साल के बाद दिया गया है। अमरीका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने व्हाइट हाउस में अमरीकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन से प्रधानमंत्री की ओर से अवार्ड स्वीकार किया।
पुरस्कार के साथ प्रशस्ति पत्र में कहा गया है, “मई 2014 से अगस्त 2020 तक भारतीय गणतंत्र के प्रधानमंत्री के रूप में असाधारण सराहनीय सेवा के लिए अवार्ड। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृढ़ नेतृत्व और दूरदर्शिता ने वैश्विक शक्ति के रूप में भारत के उदय को बढ़ावा दिया है और वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए अमरीका और भारत के बीच रणनीतिक साझेदारी को बढ़ाया है। प्रधानमंत्री मोदी की व्यक्तिगत पहल ने रिश्ते के सभी पहलुओं में अमेरिका-भारत संबंधों का विस्तार किया, एक स्थायी साझेदारी के लिए एक मजबूत नींव स्थापित करने में मदद की जो स्वतंत्रता, सभी नागरिकों के साथ समान व्यवहार, लोकतांत्रिक सिद्धांतों के लिए साझा प्रतिबद्धता पर आधारित है।”
इसमें कहा गया कि भारत इंडो-पैसिफिक में अमेरिका के लिए एक महत्वपूर्ण साझेदार है, जहां दोनों देश समुद्रों की स्वतंत्रता, खुले और पारदर्शी निवेश और बुनियादी ढांचे के विकास, सुरक्षित और विश्वसनीय डिजिटल नेटवर्क, और सुशासन सुनिश्चित करने के लिए सहयोग बढ़ा रहे हैं।”
एक शानदार सम्मान के तौर पर प्रशस्ति पत्र में कहा गया है, “प्रधानमंत्री मोदी की व्यक्तिगत पहल ने अमेरिका और भारत के बीच रक्षा साझेदारी को मजबूत किया, जिससे संयुक्त चुनौतियों से निपटने को लेकर संयुक्त सैन्य सहयोग को सुरक्षित करने की अमेरिका की क्षमता में वृद्धि हुई। अमेरिका के साथ भारत के आर्थिक सहयोग का विस्तार करने के उनके प्रयासों से दोनों देशों में उन्नत समृद्धि, निवेश और रोजगार सृजन हुआ है।”
इसमें आगे कहा गया है कि अमरीका और भारत के बीच रणनीतिक सहयोग को आगे बढ़ाने और वैश्विक शांति और समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का बेहतर प्रयास, व्यक्तिगत नेतृत्व और अटूट प्रतिबद्धता, उन पर, भारतीय सशस्त्र बलों और उनके देश पर बहुत बड़ा श्रेय दर्शाता है।”
इस साल सितंबर में, एक बहुत लंबे अंतराल के बाद, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कुवैत के अमीर शेख सबाह-अल-अहमद अल-जबर अल-सबाह को लीजन ऑफ मेरिट, डिग्री चीफ कमांडर से सम्मानित किया था। इससे पहले, आखिरी बार 1991 में इस सम्मान को प्रदान किया गया था।