इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कोरोना टीकों की उपलब्धता और इसके उत्पादन को बढ़ाने को लेकर समीक्षा बैठक की। इस दौरान पीएम मोदी को वैक्सीनेशन को लेकर जो रोडमैप तैयार किया गया है, उसकी जानकारी दी गई।
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प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने जानकारी देते हुए बताया है कि बैठक में अधिकारियों ने पीएम मोदी को विभिन्न वैक्सीन निर्माताओं द्वारा टीकों के उत्पादन में तेजी लाने में मदद करने के लिए किए गए प्रयासों से भी अवगत कराया गया।
बता दें कि भारत में विपक्ष की ओर से लगातार वैक्सीन की कमी को लेकर सरकार पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं और सरकार ये बता रही है कि वैक्सीन के उत्पादन को बढ़ाने के लिए प्रायस जारी हैं। भारत ने पिछले कुछ दिनों में वैक्सीन उत्पादन को लेकर पूरा खाका देश को बताया है और यह आश्वासन दिया है कि इस साल के अंत तक देश के सभी नागरिकों को टीका लगा दिया जाएगा।
वैक्सीन की बर्बादी रोकने की जरूरत: पीएम मोदी
पीएमओ ने आगे बताया है कि प्रधानमंत्री ने स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं में टीकाकरण कवरेज की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने 45 और 18-44 आयु वर्ग के नागरिकों में टीकाकरण कवरेज का जायजा लिया। पीएम ने निर्देश दिया कि वैक्सीन की बर्बादी की संख्या अभी भी अधिक है और उन्हें नीचे लाने के लिए कदम उठाए जाने की जरूरत है।
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पीएमओ ने कहा कि प्रधानमंत्री को टीकाकरण की प्रक्रिया को और अधिक लोगों के अनुकूल बनाने के लिए तकनीकी मोर्चे पर किए जा रहे विभिन्न उपायों के बारे में जानकारी दी गई। उन्हें टीके की उपलब्धता पर राज्यों को उपलब्ध कराई जा रही वैक्सीन के बारे में भी बताया गया।