पीएम मोदी ने कहा, “मेरे प्यारे देशवासियो, देशभर से स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े लोगों ने, अभी हाल ही में जो अध्यादेश लाया गया है, उस पर अपना संतोष व्यक्त किया है। इस अध्यादेश में, कोरोना warriors के साथ हिंसा, उत्पीड़न और उन्हें किसी रूप में चोट पहुचाने वालों के खिलाफ़ बेहद सख्त़ सज़ा का प्रावधान किया गया है।”
पीएम मोदी ने मन की बात में अक्षय तृतीया को लेकर दी बड़ी जानकारी, देशवासियों से संकल्प लेने को कहा पीएम ने बताया, “हमारे डॉक्टर, नर्सेज, पैरा-मेडिकल स्टाफ, कम्यूनिटी हेल्थ वर्कर्स और ऐसे सभी लोग, जो देश को ‘कोरोना-मुक्त’ बनाने में दिन-रात जुटे हुए हैं, उनकी रक्षा करने के लिए ये कदम बहुत ज़रूरी था।”
पीएम मोदी ने आगे कहा, “मेरे प्यारे देशवासियों, हम सब अनुभव कर रहे हैं कि महामारी के खिलाफ़, इस लड़ाई के दौरान हमें अपने जीवन को, समाज को, हमारे आप-पास हो रही घटनाओं को, एक फ्रेश नज़रिए से देखने का अवसर भी मिला है। समाज के नज़रिये में भी व्यापक बदलाव आया है।”
लोगों की अहमियत के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा, “आज अपने जीवन से जुड़े हर व्यक्ति की अहमियत का हमें आभास हो रहा है। हमारे घरों में काम करने वाले लोग हों, हमारी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए काम करने वाले हमारे सामान्य कामगार हों, पड़ोस की दुकानों में काम करने वाले लोग हों, इन सबकी कितनी बड़ी भूमिका है- हमें यह अनुभव हो रहा है।”
जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों को लेकर उन्होंने बताया, “इसी तरह, ज़रूरी सेवाओं की डिलीवरी करने वाले लोग, मंडियों में काम करने वाले हमारे मज़दूर भाई-बहन, हमारे आस-पड़ोस के ऑटो-चालक, रिक्शा-चालक- आज हम अनुभव कर रहे हैं कि इन सब के बिना हमारा जीवन कितना मुश्किल हो सकता है।”
मोहम्मद साद की अपील पर COVID-19 से ठीक हुए तबलीगी जमात के लोगों ने उठाया बड़ा कदम, सामने आया लोगों की जरूरत के बारे में पीएम ने कहा, “आज कल सोशल मीडिया में हम सबलोग लगातार देख रहे हैं कि लॉकडाउन के दौरान, लोग अपने इन साथियों को न सिर्फ़ याद कर रहे है, उनकी ज़रूरतों का ध्यान रख रहे हैं, बल्कि उनके बारे में, बहुत सम्मान से लिख भी रहे हैं।”
देश में बदलते माहौल को लेकर उन्होंने कहा, “आज, देश के हर कोने से ऐसी तस्वीरें आ रही हैं कि लोग सफाई-कर्मियों पर पुष्प-वर्षा कर रहे हैं। पहले, उनके काम को संभवतः आप भी कभी नोटिस नहीं करते थे। डॉक्टर हों, सफाईकर्मी हों, अन्य सेवा करने वाले लोग हों- इतना ही नहीं, हमारी पुलिस-व्यवस्था को लेकर भी आम लोगों की सोच में काफ़ी बदलाव हुआ है।”
पुलिस के बारे में बदलती धारणा को लेकर पीएम ने कहा, “पहले पुलिस के विषय में सोचते ही नकारात्मकता के सिवाय, हमें कुछ नज़र नहीं आता था। हमारे पुलिसकर्मी आज ग़रीबों, ज़रूरतमंदो को खाना पंहुचा रहे हैं, दवा पंहुचा रहे हैं। जिस तरह से हर मदद के लिए पुलिस सामने आ रही है इससे पुलिसिंग का मानवीय और संवेदनशील पक्ष हमारे सामने उभरकर के आया है, हमारे मन को झकझोर दिया है, हमारे दिल को छू लिया है।”
पीएम मोदी ने LinkedIn पर कोरोना के दौर की हकीकत बताई और भविष्य के लिए दिए शानदार मंत्र पुलिस के प्रति बदलती भावनाओं पर पीएम बोले, “एक ऐसा अवसर है जिसमें आम-लोग, पुलिस से भावात्मक तरीक़े से जुड़ रहे हैं। हमारे पुलिसकर्मियों ने, इसे जनता की सेवा के एक अवसर के रूप में लिया है और मुझे पूरा विश्वास है- इन घटनाओं से, आने वाले समय में, सच्चे अर्थ में, बहुत ही सकारात्मक बदलाव आ सकता है और हम सबने इस सकारात्मकता को कभी भी नकारात्मकता के रंग से रंगना नहीं है।”