मन की बात में क्यों बोले पीएम मोदी कि ईद से पहले कोरोना खत्म हो जाए पीएम ने इस दौरान कहा कि यों तो उनकी निजी तौर पर सभी प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों से चर्चा होती रहती हैं। हालांकि कोरोना वायरस जैसे महत्वपूर्ण मौके पर सभी से सामूहिक रूप से यह चौथी बार चर्चा हो रही है। यह बैठक आगामी 3 मई को समाप्त हो रहे लॉकडाउन पर आगे की रणनीति बनाने के लिए बुलाई गई थी।
इस बैठक में नौ राज्यों के सीएम ने अपनी बात रखी और अपने प्रदेशों की ग्राउंड रिपोर्ट को पीएम के सामने रखा। बैठक में गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे और उन्होंने भी सीएम ने चर्चा कर हालात का जायजा लिया। अमित शाह ने लॉकडाउन के दिशा-निर्देशों में किए जा रहे उल्लंघन को रोकने के लिए सख्ती बरतने की बात भी कही और सभी से अपील की कि कोरोना महामारी से युद्ध अभी लंबा चलेगा और ऐसे में धैर्य बनाए रखना बहुत जरूरी है।
बैठक में हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर, गुजरात के सीएम विजय रूपाणी, उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान, आंध्र प्रदेश के सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी, कर्नाटक के सीएम बीएस येदियुरप्पा, असम के सीएम सर्बानंद सोनोवाल, तमिलनाडु के सीएम ईके पलानीस्वामी, त्रिपुरा के सीएम बिप्लब कुमार देब, मेघालय के सीएम कोनराड के संगमा शामिल हैं।
WHO ने दी कोरोना वायरस प्रभावित देशों को चेतावनी, इन हेल्थ इमरजेंसी पर भी करें फोकस इसके अलावा जम्मू एवं कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर जीसी मुर्मू और लद्दाख के के एलजी आरके माथुर भी बैठक में मौजूद रहे। हालांकि केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने इस बैठक में शामिल ना होने का फैसला लिया। केरल के एक अधिकारी के मुताबिक बैठक में केरल के सीएम को बोलने के लिए कोई वक्त आवंटित नहीं किया गया था। बैठक में मुख्य सचिव टॉम जोस ने हिस्सा लिया। सूत्रों की मानें तो केरल ने अपने सुझाव लिखित रूप से दे दिए हैं।
इससे पहले पीएम मोदी दो बार मुख्यमंत्रियों के साथ कोरोना वायरस के हालात पर ऐसी ही बैठकें कर चुके हैं और संक्रमण रोकने के लिए लॉकडाउन ( Lockdown ) लागू करने का फैसला लिया गया था।
पीएम मोदी ने इससे पहले बीते माह 24 मार्च को देशभर में 21 दिनों के टोटल लॉकडाउन की घोषणा की थी। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लागू किए गए लॉकडाउन की मियाद 14 अप्रैल को खत्म हो रही थी, लेकिन इस दिन फिर पीएम ने इसे 19 दिनों के लिए और आगे बढ़ा दिया। फिलहाल देश में आगामी 3 मई तक के लिए लॉकडाउन लागू है।
#Coronavirus: संक्रमित मामलों की संख्या पहुंची 28 हजार के करीब, 872 की मौत हालांकि लॉकडाउन लागू किए जाने की घोषणा से पहले पीएम मोदी ने 20 मार्च को कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए मुख्यमंत्रियों से चर्चा की थी। इसके बाद बीते 11 अप्रैल को लॉकडाउन 2.0 से पहले पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बैठक कर पहले राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन में उनके सहयोग के लिए आभार जताया था और कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए केंद्र के साथ मिलकर काम करने के लिए उनकी प्रशंसा की थी।
गौरतलब है कि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी अपडेट के मुताबिक भारत में अब तक कुल 27,892 कोरोना के केस आ चुके हैं। इनमें 6185 लोग ठीक/डिस्चार्ज/माइग्रेट हो चुके हैं जबकि 872 लोगों की मौत हो गई है। फिलहाल देश में कोरोना वायरस के 20835 एक्टिव केस मौजूद हैं।