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6 हजार से ज्यादा गांव हुए प्रभावित
17 मई की रात दीव के निकट गुजरात तट से टकराने के बाद कल देर रात तक राज्य में सक्रिय रहे इस तूफ़ान के असर से कम से कम 13 लोगों की मौत भी हुई है। इससे फ़सलों, मकानों, सड़कों, बिजली के खंभों आदि को भी व्यापक नुक़सान पहुंचा है। इससे 80 हज़ार से अधिक पेड़ और 70 हज़ार बिजली के खंभे भी गिर गए थे। छह हज़ार से अधिक गांवों और 83 कोविड अस्पतालों में बिजली की आपूर्ति प्रभावित हुई थी। कई रास्ते बंद थे। राज्य सरकार ने पहले ही कहा है कि नुक़सान का सर्वेक्षण आज से शुरू होगा और सभी प्रभावितों को नियमों के अनुरूप आर्थिक सहायता/मुआवज़ा दिया जाएगा।
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जानिए कितनी हुई बरसात
तूफ़ान ताउ ते के असर से पिछले 24 घंटे में गुजरात के सभी 33 जिलों के कुल 251 में से 226 तालुक़ा में बरसात भी हुई है और इसमें सर्वाधिक 226 मिलीमीटर मध्यवर्ती खेड़ा ज़िले के नडियाद में दर्ज की गई है। 24 तालुक़ा में 100 मिमी या अधिक, 86 तालुक़ा में 50 मिमी या अधिक और 139 में 25 मिमी या अधिक बरसात हुई है।
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अगले 12 घंटों की भविष्यवाणी
मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक गुजरात क्षेत्र के ऊपर गहरा दबाव पिछले छह घंटों के दौरान लगभग सात किमी प्रति घंटे की गति से उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ गया। तूफान एक अवसाद में कमजोर हो गया और बुधवार सुबह 5.30 बजे अक्षांश 24.3 डिग्री उत्तर के पास केंद्रित हो गया। दक्षिण राजस्थान और आसपास के गुजरात क्षेत्र में 73.3 डिग्री पूर्व देशांतर, उदयपुर (राजस्थान) के पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में लगभग 60 किमी और दीसा (गुजरात क्षेत्र) से 110 किमी पूर्व-उत्तर-पूर्व में केंद्रित था। मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि बुधवार को पूर्वी राजस्थान में अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा के साथ छिटपुट स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।
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यहां पर बारिश होने की संभावना
पश्चिमी विक्षोभ से जुड़ी पश्चिमी हवाओं में एक ट्रफ के साथ अवशेष कम दबाव प्रणाली की बातचीत से उत्तराखंड के अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी और अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। अगले 24 घंटों के दौरान हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, पश्चिम उत्तर प्रदेश में छिटपुट बारिश और पंजाब, पूर्वी उत्तर प्रदेश, उत्तरी मध्य प्रदेश और पश्चिमी राजस्थान में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि अगले 12 घंटों के दौरान पूर्वी राजस्थान और इससे सटे गुजरात क्षेत्र में 45-55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है।