पवन जल्लाद को बुलाने के लिए लैटर लिखा गया है। लेकिन फांसी से पहले ही पवन ने पीएम नरेन्द्र मोदी से एक मार्मिक अपील की है। इस अपील में पवन ने अपना दर्द बयां किया है।
मौसम को लेकर जारी हुई सबसे बड़ी चेतावनी, देश के इतने राज्यों में बढ़ेगा शीत लहर का प्रकोप, कोल्ड कंडीशन का अलर्ट जारी पीएम मोदी को लिखा खत पीएम मोदी से अपील करते हुए पवन ने कहा है कि अब तो जीना भी मुश्किल हो गया है, ऐसा कहते हुए पवन एक लैटर में अपनी आपबीती लिखकर सभी को भेज रहा है।
पवन का परिवार कई पीढ़ियों से जेल में फांसी देने का काम कर रहा है। पवन से पहले उसके परदादा लक्ष्मण सिंह, दादा कल्लू जल्लाद और पिता मम्मू सिंह भी फांसी देने का काम करते थे।
निर्भया गैंगरेप केस में दोषियों को फांसी दिए जाने का जिक्र आते ही पवन एक बार फिर से चर्चाओं में आ गया है।
निर्भया गैंगरेप केस में दोषियों को फांसी दिए जाने का जिक्र आते ही पवन एक बार फिर से चर्चाओं में आ गया है।
पवन का कहना है कि पिता के बाद से मैं इस काम को विभिन्न जेलों में जाकर अंजाम दे रहा हूं। कुछ समय पहले तक पवन को तीन हजार रुपये महीना मानदेय मिलता था। काफी प्रयास करने के बाद ये वेतन पांच हजार रुपए महीने तक पहुंचा जो भी काफी कम है।
पवन का कहना है कि मुझे परिवार का भरण पोषण करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में मेरी गुजारिश है कि मुझे उचित वेतन दिया जाए।