Corona Update: भारत में कोरोना के खात्मे की शुरुआत, चार लाख से कम हुए एक्टिव केस
जानते हैं ऐसे सवालों के जवाब…
क्या होगा वैक्सीन लगने के बाद?
दरअसल, एक्सपर्ट के अनुसार जैसे ही हमें कोरोना वैक्सीन का टीका लगाया जाएगा, वैसे ही यह हमारे खून में घुल जाएगी। हाथ में लगने वाला यह टीका हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को एंटीबॉडी में तब्दील करने का काम करेगा। एक व्यक्ति को तीन हफ्ते के भीतर वैक्सीन की तीन डोज दी जाएंगी। जिसके बाद इंसान की बॉडी में बनने वाली एंटीबॉडी उसकी कोरोना वायरस से सुरक्षा करेगी। यह वैक्सीन 95 प्रतिशत तक असरदार पाई गई है।
क्या वैक्सीन के साइड इफेक्ट होंगे?
कोरोना वैक्सीन के ट्रॉयल में पाया गया कि इसको लगने के बाद में लोगों में सिर दर्द और थकान जैसे लक्षण दिखाई दिए हैं। जिस पर वैज्ञानिकों ने काम करना शुरू कर दिया है। एक रिकॉर्ड के अनुसार वैक्सीन का दूसरा डोज लगने के बाद 3.8% स्वंयसेवकों में थकान की शिकायत मिली। जबकि 2 प्रतिशत में सिर दर्द जैसी समस्या देखने को मिली। हालांकि जिन लोगों में इस तरह की प्रॉब्लम देखने को मिली, उनमें से अधिकांश बुजुर्ग थे।
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ये वैक्सीन कैसे देगी सुरक्षा?
अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) की रिपोर्ट के अनुसाार वैक्सीन के पहले डोज के बद कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है। वैक्सीन की दूसरे डोज लगने के सात दिन के भीतर कोरोना संक्रमण का खतरा बिल्कुल न के बराबर ही बचता है।
क्या वैक्सीन लगने के बाद मास्क पहनना जरूरी?
सबसे अहम सवाल यह है कि क्या कोरोना वैक्सीन लगने के बाद भी लोगों को मास्क पहनने या फिर सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों के पालन की जरूरत होगी तो इसका जवाब हां में है। दरअसल, वैक्सीन लगने के बाद भी इस बात की आशंका बनी रहती है कि शख्स फिर से कोरोना पॉजिटिव न हो जाए। ऐसे केसों में वह साइलेंट वायरस ट्रांसमिटर का रूप ले लेगा। जिससे दूसरों को संक्रमित होने का खतरा बना रहेगा।
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क्या वैक्सीन के बाद पहले जैसा होगा जीवन?
इसको लेकर कुछ भी कहना अभी जल्दबाजी होगी। क्योंकि कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर दुनियाभर में अभी तक जितनी भी वैक्सीन के ट्रायल हुए हैं, उनमें से 100 प्रतिशत असरदार अभी एक भी नहीं है। यही वजह है कि वैक्सीन लगने के बाद भी वैज्ञानिक कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने की सलाह दे रहे हैं।