जिसका स्वरूप पहले के तीन लॉकडाउन से अलग रहेगा। वहीं, लॉकडाउन के चलते एक—दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों का संकट गहराता जा जा रहा है।
इस बीच भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओम माथुर ने गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है।
उन्होंने इस पत्र में सुझाव देते हुए कहा कि पीएम केयर्स से जारी एक हजार करोड़ रुपये से मजदूरों को घर भेजने की व्यवस्था हो। यह पहल केंद्रीय स्तर पर होनी चाहिए।
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भाजपा के राज्यसभा सांसद ओम माथुर ने गृहमंत्री अमित शाह को लिखे पत्र में कहा है, “प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूरी केंद्र सरकार दिन-रात इस संकट से देशवासियों को उबारने के लिए प्रयास कर रही है।
आपके द्वारा सीएपीएफ की कैंटीनों में स्वदेशी की पहल स्वागत योग्य है। टीवी और समाचार पत्रों के माध्यम से आपको प्रवासी मजदूरों के पैदल घर जाने के बारे में जानकारी होगी।
प्रवासी मजदूरों का विषय चर्चाओं में आकर बहुत तूल पकड़ रहा है। ओम माथुर ने आगे कहा कि प्रवासी मजदूर सैकड़ों किलोमीटर एक राज्य से दूसरे राज्यों में पैदल जा रहे हैं।
केंद्र सरकार ने इतना कुछ किया लेकिन इस संकट की घड़ी में राज्यों के आपस के नीतिगत विरोध के कारण प्रवासी मजदूर बहुत परेशान हैं। ये सब हमारे ही लोग हैं।
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उन्होंने अनुरोध करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री केयर फंड से एक हजार करोड़ की राशि प्रवासी मजदूरों के लिए आवंटित की गई है।
उस राशि का उपयोग मजदूरों को उनके घर तक सहज और सुलभ रूप से पहुंचाने में किया जाए तो उचित होगा। इसकी व्यवस्था केंद्रीय स्तर पर करना उचित होगा।
जिससे राज्यों के टकराव की कीमत प्रवासी मजदूरों को न उठानी पड़ी।