घर-घर स्क्रीनिंग के दौरान 3045 लोग ऐसे मिले हैं, जिनमें सर्दी, खांसी और बुखार के सामान्य लक्षण मिले हैं। इनके सैंपल की जांच कराई जा रही है। इस बात की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। उन्होंने बताया कि एक करोड़ 82 लाख घरों में स्क्रीनिंग हुई है। इन घरों में रहने वाले 10 करोड़ लोगों को सर्वे अभी तक हुआ है।
Lockdown 3.0: बिहार में 17 एमएलसी का कार्यकाल खत्म, मंत्री पद पर बने रहेंगे नीतीश के करीबी 2 नेता बता दें कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर पल्स-पोलियो की तर्ज पर घर-घर सर्वे का निर्देश मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ( CM Nitish Kumar ) ने दिया था।
इस अभियान के तहत प्रखंड स्तर पर 3232 क्वारंटाइन सेंटर बने। उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों से आ रहे लोगों के लिए प्रखंड स्तर पर अब तक 3232 क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए हैं। जहां 19 हजार 123 लोग रह रहे हैं।
इसी तरह राज्य के विभिन्न शहरों में 186 आपदा राहत केंद्र चलाए जा रहे हैं। इन आपदा केंद्रों में 65 हजार 758 जरूरतमंद लोग रह रहे हैं। आपदा केंद्रों पर रहने वाले लोगों को भोजन और चिकित्सकीय सुविधाएं मुहैया कराने का काम जारी है।
कोविद-19 : TMC ने केंद्र पर साधा निशाना, गृह मंत्रालय के सभी आरोपों को किया खारिज इसके अलावा फरवरी-मार्च में भारी बारिश से फसलों को हुई नुकसान पर 3 लाख 8 हजार किसानों को 110 करोड़ का कृषि अनुदान दिया गया है। शेष को 15 मई तक भुगतान कर दिया जाएगा। अप्रैल में हुए नुकसान पर किसानों को 30 मई तक अनुदान दे दिया जाएगा।
एडीजी मुख्यालय जितेंद्र कुमार ने बताया कि लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले वाहन मालिकों से अब तक 13.71 करोड़ की वसूली की गई है। रोजगार के सवा करोड़ कार्य दिवस का सृजन हुआ सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी कि
लॉकडाउन से बेरोजगार हुए लोगों को रोजगार मुहैया कराने के लिए सीएम नीतिश कुमार ने मनरेगा, जल-जीवन-हरियाली, नल-जल, सड़क निर्माण आदि कार्यों को शुरू करने का निर्देश पहले ही दे चुके हैं। लॉकडाउन के दौरान अब तक 12 विभागों के 3 लाख 44 हजार योजनाएं शुरू की गई हैं। इसके तहत एक करोड़ 34 लाख कार्य दिवस का सृजन होगाा।