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ऐसे जुटाती हैं चंदादानदाताओं से एक-एक हजार रुपए के चेक लेकर स्कूलों में फीस के तौर पर जमा करवाती हैं। चेक मिलने के बाद निशिता लाभार्थी बच्चियों के फोटो, परीक्षा परिणाम की फोटो कॉपी, बच्चियों के माता-पिता की जानकारी, चेक की फोटो कॉपी भी दानदाताओं को उपलब्ध करवाती हैं। ताकि पारदर्शिता बनी रहे।
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मेधावी छात्राओं की करती हैं पूरी मददनिशिता के अनुसार मेधावी छात्राओं की वह पूरी मदद करतीं हैं। ऐसी छात्राओं को स्कूल बैग, नोट बुक, पानी की बोतल, गौरी व्रत के समय सूखे मेवे, दिवाली पर नए कपड़े उपलब्ध करवाती हैं। निशिता राजपूत अब तक 34 हजार 500 छात्राओं के लिए 03 करोड़ 80 लाख रुपए की स्कूल फीस जमा करवा चुकी है। इनमें से 55 लाख रुपए गत वर्ष ही जमा करवाए थे। हाल ही कक्षा 10वीं व 12वीं की मेधावी छात्राओं को मोबाइल फोन भेंट किए।
बुजुर्ग व दिव्यांगों की भी सहायता
निशिता महिला सशक्तीकरण के लिए गरीब महिलाओं को प्रतिवर्ष सिलाई मशीनें भेंट करती हैं। अकेले रहने वाले बुजुर्गों के लिए नि:शुल्क टिफिन भिजवाती हैं तथा दृष्टिहीन-दिव्यांगों को भी आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध करवाती हैं।
निशिता महिला सशक्तीकरण के लिए गरीब महिलाओं को प्रतिवर्ष सिलाई मशीनें भेंट करती हैं। अकेले रहने वाले बुजुर्गों के लिए नि:शुल्क टिफिन भिजवाती हैं तथा दृष्टिहीन-दिव्यांगों को भी आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध करवाती हैं।