मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तिहाड़ जेल प्रशासन ने चारों दोषियों विनय, मुकेश, पवन और अक्षय को एक साथ फांसी देने के लिए एक ही तख्त तैयार कर लिया गया है। पहले यहां पर दो ही लोगों को फांसी दिए जाने का इंतजाम था। तिहाड़ जेल प्रशासन ने तख्त की लंबाई बढ़ा दी है और सोमवार को ही पीडब्ल्यूडी ने यह काम पूरा किया है। बताया जा रहा है कि जेल संख्या में तीन में यह तख्त तैयार किया गया है। दरअसल, जेल में फांसी पर लटकाने के बाद उसके नीचे एक पर्याप्त मात्रा में गहराई होनी चाहिए, जिससे शव को उतारा जा सके। ऐसे में यहां पर गहरा गड्ढा करने के लिए जेसीबी की मदद भी ली गई है।
गौरतलब है कि निर्भया के दोषियों को फांसी पर लटकाने के दौरान यह पहला मौका होगा, जब एक साथ चार लोगों को तिहाड़ जेल में फांसी दी जाएगी। इससे पहले 1982 में रंगा-बिल्ला को एकसाथ फांसी दी गई थी। दोनों को एक ही तख्त पर फांसी दी गई थी।
यहां आपको बता दें कि छुट्टियों के बाद सुप्रीम कोर्ट के खुलते ही चारों दोषियों को क्यूरेटिव पेटिशन डालना होगा। दअसल, पिछली सुनवाई में कोर्ट ने एक दोषी अक्षय की पुनर्विचार याचिका खारिज करते हुए तीन सप्ताह के भीतर क्यूरेटिव याचिका दायर करने की बात कही थी। ऐसे में माना जा रहा है कि जनवरी के दूसरे सप्ताह में दोषियों की क्यूरेटिव पेटिशन डाली जाएगी। क्यूरेटिव पेटिशन और राष्ट्रपति के पास दया याचिका खारिज होने के बाद चारों का फांसी पर लटकना तय हो जाएगा। वहीं, निर्भया के परिजनों का कहना है कि जल्द से जल्द सभी दोषियों को फांसी पर लटकाया जाए। अब देखना यह है कि कोर्ट और राष्ट्रपति की ओर से इस मामले में कब तक फैसला आता है।