दोषियों के वकील का आरोप है तिहाड़ जेल प्रशासन जानबूझ कर उन्हें दस्तावेज मुहैया नहीं करवा रहा है, इसकी वजह से उन्हें क्यूरेटिव पिटीशन और राष्ट्रपति के पास दया याचिका भेजने में देरी हो रही है।
मुवक्किल से मिलने नहीं दे रहा प्रशासन
वकील एपी सिंह ने ये भी जब बुधवार को वह अपने मुवक्किलों से मिलने जेल पहुंचे थे। उस दौरान तमाम कोशिशों के बाद भी उन्हें उनके मुवक्किलों (निर्भया के दोषी) से मिलने नहीं दिया गया। आपको बता दें कि निर्भया के दोषी तिहाड़ के जेल नंबर तीन में बंद हैं।
शनिवार यानी 25 जनवरी को पटियाला हाउस कोर्ट इस मामले की सुनवाई कर सकता है।
आपको बता दें कि निर्भया के चारों दोषियों के लिए नया डेथ वॉरंट जारी हुआ है। इसके तहत पवन, अक्षय, विनय और मुकेश को 1 फरवरी सुबह 6 बजे फांसी दी जानी है।